लखनऊ: 29 अप्रैल (ए)।
उन्होंने सरकार पर सार्वजनिक सुरक्षा से ज्यादा वीआईपी सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
सपा प्रमुख यादव ने मंगलवार को “एक्स” एक लंबे पोस्ट में कहा “पूछता है पहलगाम का पर्यटक…. ख़तरों के बीच मेरी रक्षा करनेवाला कोई वहाँ क्यों नहीं था?”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि कुछ ऐसे लोगों को सरकार की ओर से चाक-चौबंद सुरक्षा घेरा क्यों दिया जाता है जो बाद में ठग साबित होते हैं?
उन्होंने कहा ‘‘कोई भी कुछ बनकर सुरक्षा कैसे पा सकता है, क्या पहले कोई जाँच-पड़ताल नहीं होती है?”
यादव ने कहा “जब ’जश्नजीवी भाजपाई’ यहाँ विवादित निजी कार्यक्रम आयोजित करते हैं तो लगभग 250 वीवीआईपी के लिए हज़ारों सुरक्षाकर्मियों के कई घेरे बना दिये जाते हैं, वह भी उनके निजी कार्यक्रम में, जिनका काम किसी और के शब्दों को स्वर देना है। जिनका स्वयं कोई अस्तित्व नहीं है, जो अदालत तक की अवमानना करते हैं, ऐसे लोगों को सुरक्षा किस आधार पर मिलती है और पर्यटकों को सुरक्षा क्यों नहीं मिली?”
सपा प्रमुख यादव ने कहा “यह अति गंभीर प्रश्न हैं। जिन्होंने अपनों को खोया है, उन पर दबाव डालकर उनके बयान भले ही बदलवा दिये जाएं, लेकिन भाजपाई याद रखें कि ‘बयान बदलवाने से सच नहीं बदल जाता है’।