न्यूयॉर्क: 14 मई (ए)।
ट्रंप ने कहा है कि वाशिंगटन, भारत और पाकिस्तान के साथ ‘मध्यस्थ’ के तौर पर शामिल हुआ था। ट्रंप ने साथ ही कहा कि जो कुछ हो रहा था वह उन्हें अच्छा नहीं लग रहा था और इसलिए उन्होंने दोनों देशों को शांति बनाए रखने के लिए राजी किया।
ट्रंप ने मंगलवार को सऊदी अरब की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद ‘एयरफोर्स वन’ विमान में ‘फॉक्स न्यूज’ से बातचीत में यह बात कही। शनिवार के बाद से यह पांचवीं बार है जब ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच ‘संघर्षविराम’ कराया है।
भारत और पाकिस्तान चार दिन तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद 10 मई को संघर्ष समाप्त करने पर सहमत हुए थे।
नयी दिल्ली में सरकारी सूत्र लगातार कह रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच जमीन, हवा और समुद्र पर तत्काल प्रभाव से सभी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने की सहमति बनी थी। सूत्रों का कहना है कि इसमें कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं है।
‘फ़ॉक्स न्यूज’ के सीन हैनिटी को दिए गए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं व्यस्त रहा हूं लेकिन मुझे इसमें मजा भी आया क्योंकि हम काम पूरा कर रहे थे। ऐसा भी वक्त होता है जब आप बहुत मेहनत करते हैं लेकिन कोई परिणाम नहीं निकलता। ये भी हुआ लेकिन हम काफी काम कर रहे हैं।’’
ट्रंप इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि यह ‘‘अब तक एक अद्भुत सप्ताह’’ रहा जिसमें राष्ट्रपति ने चीन के साथ व्यापार समझौता किया है, भारत और पाकिस्तान में बड़ी भूमिका निभाई है और दवाओं की कीमतों में कटौती की है।
ट्रंप ने कहा, ‘‘ मुझे नहीं लगता कि इससे पहले कभी ऐसा कोई वक्त आया है जब कुछ वक्त के लिए परमाणु युद्ध की आशंका पैदा हुई हो। दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) के पास बहुत अच्छे नेता हैं, ऐसे लोग जिन्हें मैं बहुत अच्छी तरह से जानता हूं। यकीनन यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया थी। हम भारत और पाकिस्तान के साथ जुड़े थे।’’
जब उनसे पूछा गया कि पर्दे के पीछे क्या हुआ, तो ट्रंप ने कहा, ‘‘ जो हो रहा था वह मुझे अच्छा नहीं लग रहा था और आप जानते हैं कि वे दो बहुत ही परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं। उनके पास परमाणु हथियार हैं।’’
ट्रंप ने कहा,‘‘ अगर वह कभी प्रारंभ हुआ तो वह एक बहुत ही बुरी चीज की शुरुआत होगी। लाखों लोगों की जानें जा सकती थीं। मैंने सोचा कि मुझे बीच में आना चाहिए।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा,‘‘ मैंने अच्छा काम किया। मार्को रूबियो (विदेश मंत्री) ने अच्छा काम किया, और उप राष्ट्रपति जे डी वेंस ने अच्छा काम किया। हम एक तरह से एक टीम थे और मुझे लगता है कि हमने उन्हें इस बात के लिए राजी कर लिया कि चलो शांति बनाए रखें और व्यापार समझौते करें। अगर हम व्यापार समझौते कर सकते हैं तो हमें परमाणु हथियारों से कहीं ज़्यादा अच्छा लगेगा और यह एक बढ़िया बात थी।’’
ट्रंप ने शनिवार को कहा था कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच ‘सफलतापूर्वक संघर्षविराम’ कराया है।
ट्रंप ने बाद में ‘ट्रुथ सोशल’ पर अपने एक पोस्ट में कश्मीर मुद्दे के ‘समाधान’ के लिए भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने की पेशकश की। साथ ही संघर्ष विराम कराने का श्रेय अमेरिका को दिया।भारत ने हमेशा कहा है कि कश्मीर द्विपक्षीय मामला है और इसमें किसी तीसरे पक्ष के लिए कोई जगह नहीं है।