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अस्पताल के दो चीफ फार्मासिस्टों की गिरफ्तारी के विरोध में डाक्टर, कर्मचारी सोमवार को करेंगे स्वास्थ्य सेवा ठप

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जौनपुर,24 सितम्बर (ए)। यूपी के जौनपुर जिले में जिला चिकित्सालय के दो फार्मासिस्ट को रात में 2 बजे छापेमारी कर सरायख्वाजा पुलिस द्वारा उठाए जाने के मामले में जिला अस्पताल के चिकित्सक व कर्मी लामबंद होते दिए दिखाई। चिकित्सक एवं कर्मचारियों ने जिला अधिकारी को दिए गए लिखित प्रार्थना पत्र में यह कहा है कि सोमवार के दिन सभी चिकित्सक व कर्मचारी अपने कार्य से विरत रहेंगे। दूसरी तरफ उच्च अधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि मुकदमा अपराध संख्या 188 बटा 22 धारा 419 420 व 120 बी के तहत दर्ज मुकदमे में विवेचक द्वारा धाराओं को घटाया और बढ़ाया जा रहा है जो न्याय उचित नहीं है।
बीती रात फार्मासिस्ट संजय कुमार सिंह चीफ फार्मासिस्ट अखिलेश उपाध्याय के आवास तारापुर पर बड़ी संख्या में पुलिस ने छापेमारी कर दरवाजा तोड़ा और घर के परिजनों से अभद्र व्यवहार भी किया है। इतना ही नहीं पुलिस ने दोनों को अपने हिरासत में लेकर रात्रि में ही थाने ले गए और उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित कर रहे हैं।
दिए गए प्रार्थना पत्र में यह भी दर्शाया गया है कि मुकदमा अपराध संख्या 188 बटा 22 धारा 419 420 120 बी में उच्च न्यायालय इलाहाबाद में स्थगन आदेश पारित किया है कि इनकी गिरफ्तारी न की जाए। इसी बात से नाराज जिला चिकित्सालय के डॉ व अन्य कर्मचारी सोमवार को स्वास्थ्य सेवा ठप कर तालाबंदी करेंगे और विरोध भी प्रकट करेंगे। यदि जिला अस्पताल के डॉक्टर और कर्मी अचानक अपने काम को बंद कर देंगे तो आने वाले समय में इसकी स्थिति मरीजों के लिए काफी भयावह हो सकती है। वही यह भी अनुमान लगाया जाता है कि सोमवार के दिन दूर दराज से आए मरीज व इमरजेंसी सेवाओं के ठप होने से काफी मरीजों को कठिनाइयों का सामना उठाना पड़ सकता है। कर्मचारियों को इस बात को लेकर काफी असंतोष है कि चीफ फार्मासिस्ट संजय कुमार सिंह फार्मासिस्ट अखिलेश उपाध्याय की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उनके घर की महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार जो किया है वह नियम के पूर्ण रूप से गलत है।
बताते चले कि कुछ दिन पहले एसडीएम हिमांशु नागपाल द्वारा सिद्धीकपुर के आर. एन. मेडिकल स्टोर से सरकारी दवाएं पकड़ी गई थी जिसके संबंध में सरायख्वाजा थाने पर एफ.आई.आर. दर्ज कराई गई थी जिसकी विवेचना अभी भी प्रचलित हैं।

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