लखनऊ: नौ नवंबर (ए)
एक अधिकारी के अनुसार, फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग योजना के जरिए करीब सात लाख निवेशकों से 3,700 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोपी और वर्तमान में लखनऊ जेल में बंद अनुभव मित्तल ने कथित तौर पर एक अन्य कैदी को फंसाने के लिए फर्जी नाम से ईमेल भेजा था।अधिकारी के अनुसार ईमेल संदेश में चेतावनी दी गई थी कि लखनऊ पीठ के एक न्यायाधीश की हत्या कर दी जायेगी। साइबर प्रकोष्ठ और अपराध शाखा की जांच में खुलासा हुआ कि आरक्षी अजय कुमार के मोबाइल से यह संदेश भेजा गया था।
वरिष्ठ अधिकारी ने ‘ बताया, ‘‘अनुभव मित्तल और पुलिस लाइन में तैनात आरक्षी अजय कुमार के खिलाफ आपराधिक धमकी देने के आरोप और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गयी। दरअसल चार नवंबर को अदालत में एक सुनवाई के दौरान अजय कुमार अनुभव मित्तल के साथ गया था।’’
कुमार ने बताया कि मित्तल ने अपने मामले की स्थिति जानने के लिए चार नवंबर को उसका फोन लिया था और चुपके से एक नई ईमेल आईडी बनाकर संदेश टाइप किया और उसे भेजने का समय अगली सुबह निर्धारित कर दिया। वह संदेश निर्धारित समय पर न्यायाधीश की ईमेल आईडी पर पहुंच गया।
पुलिस का कहना है कि मित्तल ने कथित रूप से निजी दुश्मनी के चलते साथी कैदी आनंदेश्वर अग्रहरि को फंसाने के लिए यह हरकत की। अग्रहरि हत्या के एक मामले में दिसंबर 2023 से जेल में बंद है।
साल 2017 में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए मित्तल पर पहले से ही 3700 करोड़ रुपये के घोटाले के सिलसिले में 324 मामले दर्ज हैं। उसकी पत्नी आयुषी और पिता सुनील मित्तल भी सह-आरोपी हैं। वे न्यायिक हिरासत में हैं।