चंद्रयान-3 की सफलता पूरी टीम के संयुक्त प्रयास का परिणाम: परियोजना निदेशक वीरमुथुवेल

राष्ट्रीय
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बेंगलुरु, 23 अगस्त (ए) चंद्रयान-3 के परियोजना निदेशक पी वीरमुथुवेल ने बुधवार को कहा कि भारत के तीसरे चंद्र अभियान में प्रक्षेपण से लेकर लैंडिंग तक संपूर्ण मिशन का संचालन समयसीमा के अनुसार “त्रुटिहीन तरीके से हुआ”।.

उन्होंने चंद्रयान-3 अभियान की सफलता के लिए पिछले चार वर्षों के दौरान पूरी टीम द्वारा किये गए संयुक्त प्रयास को श्रेय दिया।.वीरमुथुवेल ने कहा, ‘‘यह ख़ुशी का एक बड़ा क्षण है। अभियान के परियोजना निदेशक के रूप में इस लक्ष्य को प्राप्त करने पर टीम की ओर से मुझे अत्यधिक संतुष्टि मिली है। प्रक्षेपण से लेकर लैंडिंग तक संपूर्ण मिशन का संचालन समयसीमा के अनुसार त्रुटिहीन तरीके से हुआ।’’

उन्होंने अभियान संचालन परिसर में चंद्रयान-3 टीम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने वाला चौथा देश और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है।

वीरमुथुवेल ने प्रक्षेपण से लेकर आज तक अभियान के संचालन की गहन समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण संचालन समीक्षा समिति के प्रति भी आभार व्यक्त किया।

यू आर राव उपग्रह केंद्र के निदेशक एम शंकरन ने कहा, ‘‘आज की सफलता ने टीम इसरो पर अधिक जिम्मेदारी डाल दी है, क्योंकि हमने इतना उच्च मानक स्थापित कर दिया है, और भविष्य में हमारे लिए इससे कम शानदार कुछ भी प्रेरणादायक नहीं होगा।’’

चंद्रयान-3 यू आर राव उपग्रह केंद्र में ही बनाया गया था।

उन्होंने कहा, “जैसा कि प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया है, अब हम मनुष्य को अंतरिक्ष में भेजने, शुक्र के चारों ओर अंतरिक्ष यान भेजने और मंगल ग्रह पर यान उतारने पर विचार करेंगे।”

यह रेखांकित करते हुए कि टीम इसरो ने आज जो हासिल किया है उसके लिए उसने वर्ष 2019 को निर्धारित किया था शंकरन ने कहा ” इसमें चार साल की देरी हुई है, लेकिन हमने यह कर दिखाया। ”

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