ठाणे
अधिकारी ने बताया कि चलती ट्रेन से कम से कम 10 यात्री गिर गए।
उन्होंने बताया कि कसारा जा रही एक अन्य ट्रेन के गार्ड ने घटना के बारे में रेलवे अधिकारियों को सूचित किया।
अधिाकरी ने बताया कि ट्रेन से गिरे सभी यात्रियों को कलवा में एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया। इनमें से चार को मृत लाया हुआ घोषित किया गया।
उन्होंने कहा कि मरने वालों की उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच है।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने इससे पहले बताया था कि कसारा जाने वाली ट्रेन के गार्ड ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे नियंत्रण कक्ष को पटरी के किनारे घायल पड़े यात्रियों के बारे में सूचना दी।
उन्होंने कहा कि घायल यात्रियों को पास के अस्पतालों में ले जाया गया। अधिकारी ने कहा कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यात्री किस ट्रेन से गिरे हैं।
ठाणे से शिवसेना के लोकसभा सदस्य नरेश म्हास्के ने यात्रियों की मौत की जांच की मांग की।
उन्होंने एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से कहा, ‘‘घटना के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए। यात्री कैसे गिरे… क्या वहां भीड़ थी, क्या उन्हें धक्का दिया गया, क्या कोई झगड़ा हुआ, सभी संभावित कारणों की जांच होनी चाहिए।’’
म्हास्के ने कहा, ‘‘अगर भीड़ भरी लोकल ट्रेन होती तो समझ में आता। लेकिन इस मामले में यह हादसा चलती एक्सप्रेस ट्रेन में हुआ। प्रशासन को भी सतर्क रहने की जरूरत है।’’
राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि पुष्पक एक्सप्रेस से अचानक इतने सारे लोगों के बाहर गिरने और दिल दहला देने वाली यह दुर्घटना गंभीर है।
उन्होंने कहा कि यह घटना मुंबई में रेलवे सुरक्षा पर सवाल उठाती है।