दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, पहलगाम हमले के पीड़ित परिवारों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना की

राष्ट्रीय
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चेन्नई/बेंगलुरु/कोच्चि/अमरावती/हैदराबाद, सात मई (ए) दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राजनीतिक नेताओं और पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ित परिवारों ने बुधवार को पाकिस्तान तथा इसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर भारत के जवाबी हमलों की सराहना की।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू तथा कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का स्वागत किया जिसके तहत भारत के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किए बिना जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण शिविरों, ‘लॉन्च पैड’ और मुख्यालयों पर हमला किया।

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए बर्बर आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों ने भी भारत की कार्रवाई की सराहना की।

कोच्चि निवासी आरती ने कहा कि इस हमले के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अलावा कोई अन्य उपयुक्त शीर्षक नहीं होगा।

आरती के पिता एन रामचंद्रन को पहलगाम में आतंकवादियों ने उनकी आंखों के सामने गोली मार दी थी।

उन्होंने कोच्चि में संवाददाताओं से कहा, ‘‘आतंकवाद को इससे बेहतर कोई जवाब नहीं हो सकता था, जिसने हमारे सामने हमारे पिता, भाई या पतियों को मार डाला।’’

आरती ने कहा, ‘‘इसलिए, इस अभियान को अंजाम देने वालों को सलाम। सरकार, प्रधानमंत्री और सेना के लोगों को बहुत-बहुत धन्यवाद, जो इस अभियान के लिए काम करते रहे…जो लगातार इसके पीछे रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सभी भारतीयों को इस अभियान से राहत मिली है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से हिमांशी (नरवाल) सहित सभी पीड़ित परिवारों को राहत और सुकून मिलेगा।’’

आतंकी हमले में जान गंवाने वाले बेंगलुरु निवासी भारत भूषण के परिवार ने भी हवाई हमलों का स्वागत किया।

अपनी पत्नी और तीन साल के बेटे के साथ पहलगाम घूमने गए भूषण की 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनकी पत्नी सुजाता और उनका बच्चा हमले में बच गया था।

सरकार के कदम की सराहना करते हुए भूषण के पिता चन्नवीरप्पा ने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर नाम सही है क्योंकि उन्होंने (आतंकवादियों ने) कई महिलाओं का सिंदूर उजाड़ दिया। यह एक अच्छा कदम है। सरकार ने अच्छा काम किया है और उन्होंने कई देशों का समर्थन भी लिया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने जो किया, वह बहुत बुरा काम है। वे अपने ठिकानों में आतंकवादियों को पनाह दे रहे हैं, उन्हें पैसे दे रहे हैं। उन्हें पाकिस्तानी सेना द्वारा समर्थन और प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मोदी ने यह संदेश विभिन्न देशों को दिया है और पाकिस्तान की घटिया हरकतों के बारे में बताया है।’’

आतंकी हमले में मारे गए कर्नाटक के मंजूनाथ राव की मां सुमति ने हवाई हमलों का स्वागत किया और कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा है।

उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहतीं कि उनके बेटे का ‘‘बलिदान’’ व्यर्थ जाए।

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सहित मुख्यमंत्रियों और राजनीतिक नेताओं ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत के हमले का स्वागत किया।

हैदराबाद से लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पड़ोसी देश में आतंकवादी ठिकानों को पूरी तरह नष्ट किया जाना चाहिए।

ओवैसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पाकिस्तान के ‘डीप स्टेट’ को ऐसा कड़ा सबक सिखाया जाना चाहिए कि फिर कभी पहलगाम जैसी घटना न होने पाए। पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को पूरी तरह से नष्ट कर दिया जाना चाहिए। जय हिंद!’’

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू ने भारत के हमले के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की।

नायडू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए मैं भारतीय सशस्त्र बलों के वीर योद्धाओं को गर्व के साथ सलाम करता हूं। अपनी अद्वितीय वीरता और सटीकता के साथ उन्होंने एक बार फिर दिखा दिया है कि हमारा देश दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ अपनी रक्षा करेगा।’’

उन्होंने कहा कि दुनिया ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की ताकत और दृढ़ संकल्प को देखा है।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘तमिलनाडु आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना के साथ खड़ा है। हम अपनी सेना के साथ, अपने देश के लिए खड़े हैं। तमिलनाडु पूरी तरह दृढ़ है।’’

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में ‘‘आतंकी ठिकानों’’ के खिलाफ हमलों से देश को गर्व हुआ है।

उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एक भारतीय नागरिक के रूप में, मैं अपने सशस्त्र बलों के साथ मजबूती से खड़ा हूं। पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों के खिलाफ हमले हमें गौरवान्वित करते हैं। आइए, हम इसे राष्ट्रीय एकजुटता और एकता का क्षण बनाएं तथा हम सभी एक स्वर में बोलें – जय हिंद! ऑपरेशन सिंदूर।’’

पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने भारतीय सशस्त्र बलों के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रशंसा की।

इस अभियान को ‘‘केवल शुरुआत’’ बताते हुए एंटनी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारतीय सेना सीमा पर पाकिस्तानी सेना के ठिकानों के पीछे स्थित आतंकी शिविरों को निशाना बनाने के लिए निर्णायक कदम उठाएगी।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘ मैं ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पीछे हमारे सशस्त्र बलों के असाधारण साहस को सलाम करता हूं। उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई इस बात की पुष्टि करती है कि भारत किसी भी रूप में आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।’’

उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुआ क्रूर हमला सिर्फ निर्दोष लोगों के जीवन पर नहीं था, बल्कि भारत के सपनों और भावनाओं पर भी था।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने दुश्मन पर ऐसी जगह वार किया जहां उसे चोट महसूस हो।

अन्नाद्रमुक प्रमुख और तमिलनाडु में विपक्ष के नेता ए के पलानीस्वामी, वाईएसआरसीपी के नेता एवं आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी सहित कई अन्य लोगों ने भी भारत की कार्रवाई का स्वागत किया।