पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान स्थित जिन आतंकी ठिकानों पर हमला किया उनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके शामिल हैं।सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात में प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की योजना, तैयारी और क्रियान्वयन तीनों बेहद गोपनीय और सटीक रहे। इस अभियान में भारत ने 21 आतंकी ठिकानों को 25 मिनट में ध्वस्त किया। इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकी मारे गए, जिनमें कई बड़े कमांडर और मसूद अजहर के परिजन भी शामिल हैं। भारत की तीनों सेनाओं – थल, जल और वायु – ने संयुक्त रूप से मिशन को अंजाम दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति को बताया कि ऑपरेशन के बाद भारत ने अपने सभी कूटनीतिक मिशनों को सतर्क कर दिया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभियान की वैधता व आत्मरक्षा के अधिकार की जानकारी साझा की गई है। अमेरिका, फ्रांस, रूस, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे कई देशों ने भारत के रुख का समर्थन किया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ऑपरेशन की सफलता पर संतोष जताया और भारतीय सेनाओं की बहादुरी और सटीकता की सराहना की। उन्होंने कहा, “सेना ने देश की अस्मिता की रक्षा की है। यह कार्रवाई आतंक के खिलाफ भारत की दृढ़ नीति का प्रमाण है।”