‘डॉगेश बाबू’ के नाम से निवास पत्र जारी करने के लिए आवेदन मिलने की जानकारी 2016 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी और नवादा के वर्तमान जिलाधिकारी रवि प्रकाश ने सोशल मीडिया पर यह दी।
प्रकाश ने ‘एक्स’ पर आवेदन का ‘स्क्रीनशॉट’ साझा करते हुए लिखा, “ ‘कॉपी कैट’… या यह कहूं कि ‘कॉपी डॉग’, सिरदला, रजौली से निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने की कोशिश की, लेकिन पकड़े गए। इस घटिया और घिसी-पिटी कोशिश के लिए प्राथमिकी दर्ज की जा रही है…।”
उन्नतीस जुलाई को दिए गए आवेदन में एक कुत्ते की तस्वीर है, जिसमें माता-पिता का नाम ‘डॉगेश के पापा’ और ‘डॉगेश की मम्मी’ बताया गया है।
झारखंड की सीमा से लगे नवादा को साइबर धोखाधड़ी के मामले में कुख्यात होने के कारण “बिहार का जामताड़ा” भी कहा जाता है।
बिहार में एक हफ्ते से भी कम समय में यह इस तरह का तीसरा मामला है। इससे पहले, मसौढ़ी में ‘डॉग बाबू’ और पूर्वी चंपारण में ‘सोनालिका ट्रैक्टर’ के नाम से निवास प्रमाण पत्र जारी करने के लिए आवेदन आए थे। पूर्वी चंपारण में किए गए आवेदन में एक भोजपुरी अभिनेत्री की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था।
सभी मामलों में आवेदकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और अब साइबर विशेषज्ञों की मदद से उनका पता लगाया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के कारण निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदनों में बढ़ोतरी हुई है, जो निर्वाचन आयोग की ओर से स्वीकार किए जाने वाले 11 दस्तावेजों में से एक है।