मोरिंडा (पंजाब), तीन अक्टूबर (ए) पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रविवार को कहा कि बेअदबी के मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद)-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन के दौरान 2015 में पंजाब के फरीदकोट जिले में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटना हुई थी।
कृषि श्रमिकों और भूमिहीन किसानों को कर्ज राहत प्रमाण-पत्र देने के लिए आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में जनता को संबोधित करते हुए चन्नी ने न्यायसंगत एवं पारदर्शी प्रशासन का अपना वादा दोहराया।
इससे पहले, राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के पुलिस प्रमुख और महाधिवक्ता को हटाने की मांग की थी।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता, जिन्हें पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, वह बेअदबी मामलों की जांच के लिए 2015 में शिअद-भाजपा की तत्कालीन सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल के प्रमुख थे।
सिद्धू ने आरोप लगाया था कि उन्होंने (सहोता ने) दो सिख लोगों को गलत तरीके से आरोपित किया और बादल परिवार के सदस्यों को क्लीन चिट दे दी।
चन्नी ने कहा, ‘‘गुरु (ग्रंथ साहिब) की बेअदबी के आरोपियों के खिलाफ कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।’’