मंदिर में दीवार गिरी,सात लोगों की मौत

राष्ट्रीय
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विशाखापत्तनम: 30 अप्रैल (ए)।) आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में बुधवार तड़के सिम्हाचलम में श्री वराह लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में दीवार गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। सरकार ने यह जानकारी दी।

सरकार ने कहा कि तड़के करीब तीन बजे घाट रोड पर स्थित शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के पास 300 रुपये के टिकट लेने वालों की कतार लगी थी और उसी जगह पर दीवार गिर गई।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू समेत कई नेताओं ने इस घटना पर दुख जताया है। केंद्र और राज्य सरकार ने घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

घटनास्थल पर मौजूद राज्य की गृह मंत्री वी अनिता ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण मिट्टी ढीली होने से मंदिर की दीवार ढह गई।

सरकारी सूत्रों के अनुसार, हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ है।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से बात की है तथा घायलों को उपचार मुहैया कराने को कहा है।

नायडू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सिम्हाचलम में सात श्रद्धालुओं की मौत से बेहद दुखी हूं…. परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं हालात पर करीब से नजर रख रहा हूं और पीड़ितों को तत्काल सहायता दिए जाने और हरसंभव आवश्यक कदम उठाने का आदेश दिया है।’’

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने टेलीकांफ्रेंस के माध्यम से स्थिति की समीक्षा की और मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये तथा घायलों को तीन-तीन लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। साथ ही, प्रत्येक मृतक के परिवार से एक सदस्य को धर्मस्व विभाग के अधीन मंदिरों में संविदा आधार पर नौकरी देने का आश्वासन दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने घटना की तीन सदस्यीय समिति से जांच कराने का भी आदेश दिया।

इस समिति में सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता वेंकटेश्वर राव, नगर प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव एस. सुरेश कुमार और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ए. रवि कृष्णा शामिल हैं।

नायडू ने पुलिस महानिदेशक डीजीपी हरीश कुमार गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने उंडावल्ली आवास पर घटना की समीक्षा की।

मुर्मू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में दीवार गिरने की दुखद घटना में महिलाओं सहित कई लोगों की मृत्यु से व्यथित हूं। शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में दीवार गिरने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो दो लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया।

राज्य की गृह मंत्री वी अनिता ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण मिट्टी ढीली होने से मंदिर की दीवार ढह गई।

घटना के समय मंदिर में मौजूद अनिता ने तुरंत घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि बचाव कार्य में कोई लापरवाही नहीं बरती गई।

मंदिर के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण बारिश के कारण दीवार का कमजोर हो जाना माना जा रहा है, हालांकि विस्तृत जांच जारी है।

धर्मस्व मंत्री रामनारायण रेड्डी ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मंदिरों में सुरक्षा मानकों को और कड़ा करने की घोषणा की।

बचाव कार्य जारी है, तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य प्राधिकारियों की टीम इसमें लगी हुई हैं।

राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) कर्मियों के अनुसार, आठ श्रद्धालु मलबे में दब गए थे और बचाव अभियान के दौरान सात शव निकाले गए, जिनमें तीन महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने घटना पर दुख व्यक्त किया तथा घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सहायता तथा मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की।

वाईएसआरसीपी के एक बयान के अनुसार, रेड्डी बुधवार को मृतकों के परिवारों से मिलने के लिए विशाखापत्तनम जाएंगे।

उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने श्रद्धालुओं की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि चंदनोत्सव के दौरान हुआ यह हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है।