Site icon Asian News Service

वारंटी’ खत्म हो जाने वालों पर नहीं, देश ‘गारंटी’ की ताकत दिखाने वालों पर भरोसा करेगा: प्रधानमंत्री

**EDS: VIDEO GRAB VIA SANSAD TV** New Delhi: Prime Minister Narendra Modi speaks in the Lok Sabha during a special session of Parliament, in New Delhi, Monday, Sept. 18, 2023. (PTI Photo)(PTI09_18_2023_000041A)

Spread the love

नयी दिल्ली: सात फरवरी (ए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सरकार के 10 सालों के कार्यकाल को बड़े व निर्णायक फैसलों वाला करार देते हुए बुधवार को अगले पांच सालों में बुलेट ट्रेन के सपने को साकार करने से लेकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को नयी ऊंचाई पर ले जाने का भरोसा दिलाया और दावा किया कि देश आगामी चुनाव में ‘वारंटी’ खत्म हो जाने वालों पर नहीं बल्कि ‘गारंटी’ पर विश्वास करने वालों पर भरोसा जताएगा।

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को ‘आउटडेटेड’ और आरक्षण का ‘जन्मजात विरोधी’ बताया तथा उसके पतन के लिए संवेदनाएं प्रकट करते हुए ‘प्रार्थना’ की कि वह अगले आम चुनाव में 40 सीट ही बचा ले।अपने संबोधन के दौरान उन्होंने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर निकले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और उन्हें ‘कांग्रेस के युवराज’ के नाम से संबोधित करते हुए उन्हें ऐसा ‘नॉन स्टार्टर’ बताया जो न तो ‘लिफ्ट’ हो पा रहे हैं और ना ही ‘लांच’।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में भारत के आत्मविश्वास, उज्ज्वल भविष्य के प्रति उसके विश्वास और आमजन के सामर्थ्य को बहुत ही कम शब्दों में लेकिन बहुत ही शानदार तरीके से देश के सामने प्रस्तुत किया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के 10 सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की पांच नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में शुमार थी। उसके कार्यकाल को नीतिगत पंगुता के लिए याद किया जाता है। वहीं दूसरी तरफ पिछले 10 सालों में भारत दुनिया की पांच शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार के बीते 10 साल को बड़े और निर्णायक फैसलों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। हम कड़ी मेहनत से सोच-समझकर देश को संकटों से बाहर लाए हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगला लोकसभा चुनाव अब दूर नहीं है और लोग अभी से उनके तीसरे कार्यकाल को ‘‘मोदी-3.0’’ कह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ‘‘हम अगले पांच सालों में भारत की नींव को मजबूत करने के लिए पूरी शक्ति लगा देंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगले पांच साल में देश बुलेट ट्रेन और वंदे भारत ट्रेनों का विस्तार भी दिखेगा। अगले पांच साल में आत्मनिर्भर भारत का अभियान नयी ऊंचाई पर होगा। देश हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर होता नजर आएगा।’’

उन्होंने कहा कि आने वाले पांच साल में ‘मेड इन इंडिया’ सेमीकंडक्टर के मामले दुनिया में भारत की गूंज होगी और इस दौरान लाखों करोड़ रुपये का तेल आयत की अपनी उर्जा जरूरत के लिए उसे ज्यादा से ज्यादा आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम होगा।

उन्होंने कहा कि भारत का जो स्वर्णिम काल था, देश को 2047 तक उस स्थिति में पहुंचाने के लिए वह जी-जान लगा देंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘विकसित भारत कोई शब्दों का खेल नहीं है। यह हमारी प्रतिबद्धता है। हमारी हर सांस, हर सोच उसके लिए समर्पित है।

प्रधानमंत्री ने दावा किया कि देश ने पिछले 10 सालों में एक-एक क्षेत्र में बदलाव का अनुभव किया है और आने वाले दिनों में यह तेज गति से उसे नयी ताकत देगा।

उन्होंने कहा, ‘‘जिनकी वारंटी खत्म हो गई है देश उनकी बातें सुन नहीं सकता है। जिसकी गारंटी की ताकत देश ने देखी है उसके विचारों पर विश्वास करते हुए वह आगे बढ़ता है।’’

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद में अपने संबोधन में समाज के चार सबसे बड़े वर्गों… गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं की समस्याएं हल करने की बात की।

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने सत्ता के लिए लोकतंत्र का गला घोंट दिया और लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों को बर्खास्त कर दिया। कांग्रेस दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के खिलाफ रही है और अगर बाबासाहेब अंबेडकर नहीं होते तो उन्हें कोई आरक्षण भी नहीं मिलता।’

मोदी ने कांग्रेस पर देश को बांटने के लिए कहानियां गढ़ने का आरोप लगाते हुए सवाल किया कि देश को इतना तोड़ा गया, क्या यह कम नहीं है जो अब उत्तर और दक्षिण को तोड़ने के लिए बयान दिए जा रहे हैं?

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के पास अपने नेताओं और नीतियों की गारंटी नहीं है लेकिन वह मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रही है।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को देश की समस्याओं के बारे में पता था लेकिन उन्होंने उनके समाधान के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, ”हम एक कठिन समय से बाहर आए हैं और देश को समस्याओं से बाहर लाए हैं।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस तरह का माहौल बनाया कि भारतीय परंपराओं का पालन करने वालों को हेय नजरों से देखा गया।

उन्होंने कांग्रेस पर गुलामी की मानसिकता को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए सवाल किया, ‘‘ अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो अंग्रेजों की बनाई दंड संहिता आपने क्यों नहीं बदली, अंग्रेजों के जमाने के सैकड़ों कानून इतने दशकों बाद भी क्यों चलते रहे और लाल बत्ती संस्कृति खत्म क्यों नहीं हुई?’’

उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर को भारत रत्न देने के योग्य नहीं समझा और अपने ही परिवार के लोगों को भारत रत्न देती रही, ‘‘वह हमें आज उपदेश दे रही है।’’ उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर को ‘भारत रत्न’ सम्मान तब मिला जब केंद्र में भाजपा के समर्थन वाली एक सरकार बनी ।

कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए कहा उन्होंने कि आजादी के बाद इतने लंबे समय तक देश की सत्ता पर काबिज रहने वाली पार्टी के पतन और गिरावट को लेकर उनके मन में संवेदनाए हैं और वह ‘‘प्रार्थना’’ करेंगे कि वह अगले आम चुनाव में 40 सीट बचा ले।

प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि वह प्रार्थना करेंगे कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 40 सीट ही बचा ले। तृणमूल प्रमुख ने कहा कि था कि आम चुनाव में कांग्रेस 40 सीट भी नहीं जीत पाएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की सोच भी ‘आउटडेटेड (पुरानी)’ हो गई है। जब उसकी सोच ही ‘आउटडेटेड’ हो गई है तो उसने अपना कामकाज भी ‘आउटसोर्स (बाहर से काम)’ कर लिया है। देखते ही देखते इतनी पुरानी पार्टी…इतने दशकों तक देश पर राज करने वाले दल का ऐसा पतन…ऐसी गिरावट…. हमें खुशी नहीं हो रही है। आपके प्रति हमारी संवेदनाए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अपने ‘युवराज’ को एक ‘स्टार्टअप’ बनाकर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘अभी वह नॉन स्टार्टर हैं। न तो लिफ्ट हो रहा है, ना लॉन्च हो रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जिस कांग्रेस के अपने नेता की कोई गारंटी नहीं है, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं (कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन) खरगे जी का विशेष आभार व्यक्त करना चाहता हूं।’’ उन्होंने किसी का नाम लिये बिना कहा कि लोकसभा में तो कभी कभी मनोरंजन का मौका मिल जाता है किंतु आजकल कम मिलता है क्योंकि वे दूसरी ड्यूटी पर हैं। ‘‘लेकिन लोकसभा में मनोरंजन की जो कमी थी वह आपने (खरगे ने) पूरी कर दी।’

मोदी ने कहा कि खरगे ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 400 सीटें पाने का आशीर्वाद दिया है और वह चाहें तो अब इस आशीर्वाद को वापस ले सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू कहते थे कि अगर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को नौकरी में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए।’’

मोदी ने कहा कि वह इसी के आधार पर कहते हैं कि कांग्रेस ‘‘आरक्षण की जन्मजात विरोधी’’ है।

प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान विपक्षी सदस्यों की ओर से टोका-टोकी किए जाने पर मोदी ने कहा कि वह बड़े धैर्य और नम्रता के साथ उनके एक-एक शब्द को सुनते रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आप आज भी न सुनने की तैयारी के साथ आए हैं। परंतु मेरी आवाज को आप (विपक्ष) दबा नहीं सकते। देश की जनता ने इस आवाज को ताकत दी है, इसलिए मैं भी इस बार पूरी तैयारी के साथ आया हूं।’’

इससे पहले, प्रधानमंत्री के उच्च सदन में प्रवेश करते ही सत्ताधारी दल के सदस्यों ने खड़े होकर और मेजे थपथपाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए।

Exit mobile version