लखनऊ: दो अक्टूबर (ए)
‘एक्स’ पर ‘ग्राफिक्स’ साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “एक आंकड़ा यह भी है। दलितों के प्रति 15,130 अपराध के मामलों के साथ उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है जिसके बाद राजस्थान 8,449 मामलों के साथ दूसरे और 8,232 मामलों के साथ मध्यप्रदेश तीसरे स्थान पर है।’’उन्होंने इस ‘ग्राफिक्स’ का शीर्षक दिया है “दलितों के साथ अपराध में उत्तर प्रदेश नंबर वन।’’
यादव ने आरोप लगाया है कि ये आंकड़े सभी समुदायों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के इस सरकार के दावों को उजागर करते हैं।
उन्होंने लिखा है, “भाजपा सरकार के काम को सिर्फ़ पक्षपात के चश्मे से नहीं, पीड़ा भरी आंख से भी देखा जाए। उत्तर प्रदेश में दलित दमन चरम पर है। एक टीवी शो इस आंकड़े पर भी होना चाहिए। एक होर्डिंग इस सच का भी लगना चाहिए।”
उन्होंने लिखा, ‘‘एक विस्तृत रिपोर्ट इस पर भी समाचार के रूप में प्रसारित-प्रकाशित होनी चाहिए। एक एसआईटी इसकी विवेचना के लिए भी बननी चाहिए। एक अध्याय इसके लिए भी, पाठ्यक्रम में जोड़ा जाए। एक जांच आयोग इसके लिए भी बैठाया जाए।”
यादव ने भाजपा सरकार से दलित-दमन के उन्मूलन के लिए भी एक विशेष वाहिनी बनाने की मांग करते हुए कहा कि एक श्वेतपत्र इस काले अपराध पर भी आना चाहिए और एक रोड शो इस समस्या के बारे में भी जागरूकता फैलाने के लिए निकाला जाना चाहिए।