जयपुर: 14
ब्यूरो के एक अधिकारी के अनुसार मामले में एक अन्य आरोपी सहायक अभियंता फरार है।अतिरिक्त महानिदेशक( एसीबी) स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि सीकर के अतिरिक्त जिला परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा अभियान के अधिकारी एक सरकारी स्कूल में कमरों के निर्माण के लिए लगभग 27 लाख रुपये के लंबित बिलों को मंजूरी देने के लिए रिश्वत मांग रहे थे।
उन्होंने एक बयान में बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि लंबित बिलों को मंजूरी देने के लिये सहायक अभियंता खुमाराम ने 60,000 रुपये और सहायक लेखा अधिकारी रामचंद्र ने 45,000 रुपये की रिश्वत की मांग की।
जयपुर के ब्यूरो के उप महानिरीक्षक राजेश सिंह की निगरानी में, जयपुर ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिहाग के नेतृत्व में एक दल ने आरोपियों को पकड़ने के लिये जाल बिछाया।
बयान के अनुसार, सहायक अभियंता खुमाराम के कथित बिचौलिए कमल कुमार कुमावत को उनके (खुमाराम) लिए 60,000 रुपये की कथित रिश्वत राशि लेते हुए पकड़ा जबकि रामचंद्र को 40,000 रुपये की रिश्वत राशि लेते हुए पकड़ा।
ब्यूरो की कार्रवाई की सूचना पर सहायक अभियंता खुमाराम भागने में सफल रहा और उसकी तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि एएओ रामचंद्र और बिचौलिए कमल कुमार कुमावत को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।