लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी ने यह भी कहा कि न्यायपालिका को भी इसमें शामिल होने की जरूरत है, क्योंकि ‘‘जिस लोकतंत्र से हम इतना प्यार करते हैं, वह अब अस्तित्व में नहीं है।’’
यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के मुख्यालय इंदिरा भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी ने शोध के माध्यम से जो कुछ एकत्र किया है, वह ‘‘आपराधिक साक्ष्य’’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग देशभर में ऐसे सबूतों को नष्ट करने में व्यस्त है।
गांधी ने कहा कि कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक मतदाता फर्जी, डुप्लिकेट पाए गए, जिनके पते अमान्य थे और फार्म 6 के दुरुपयोग से 90 वर्ष से अधिक आयु के नये मतदाता जोड़े गए।
उन्होंने दावा किया, ‘‘महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र की जांच की, जहां 1,00,250 वोट चोरी किये गए। 11,965 डुप्लीकेट मतदाता बनाए गए, 40,009 मतदाताओं के फर्जी और अमान्य पते थे। 10,452 मतदाताओं को एक ही पते पर पंजीकृत किया गया 4,132 मतदाता फर्जी फोटो के साथ सूची में जोड़े गए और 33,692 नए मतदाता फॉर्म-6 का गलत इस्तेमाल कर जोड़े गए।’’
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन के तुरंत बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वोट-चोरी हमारे लोकतंत्र पर एक ‘एटम बम’ की तरह है।’’
गांधी ने कहा, ‘‘मैं देश को बताना चाहता हूं कि देशभर में एक बड़ा आपराधिक फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। यह निर्वाचन आयोग और सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा किया जा रहा है और हमने आपको इसके स्पष्ट और निर्विवाद सबूत दिए हैं।’’
देश के विभिन्न हिस्सों में चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह भारतीय संविधान और भारतीय ध्वज के विरुद्ध किया जा रहा अपराध है। यह उससे कम नहीं है।’’
कांग्रेस नेता द्वारा निर्वाचन आयोग पर निशाना साधने के तुरंत बाद, कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने गांधी से मतदाता सूची में गलत तरीके से शामिल किए गए मतदाताओं के नाम और हस्ताक्षरित घोषणापत्र साझा करने को कहा, ताकि चुनाव प्राधिकारी मामले में ‘‘आवश्यक कार्यवाही’’ शुरू कर सकें।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निर्वाचन आयोग के खिलाफ चुनाव धोखाधड़ी के राहुल गांधी के आरोप को एक ‘‘सुनियोजित झूठ’’ करार दिया और आरोप लगाया कि कांग्रेस भारत के लोकतंत्र तथा संविधान के खिलाफ एक बड़ी साजिश के तहत संवैधानिक संस्थाओं पर ‘‘व्यवस्थित’’ हमला कर रही है।
गांधी ने दावा किया, ‘‘नरेन्द्र मोदी 25 लोकसभा सीट के कारण प्रधानमंत्री बने हैं। निर्वाचन आयोग हमें डेटा इसलिए नहीं दे रहा, क्योंकि उसको डर है कि हमने जो महादेवपुरा में किया, वही बाकी लोकसभा सीट में कर देंगे तो देश के लोकतंत्र की सच्चाई बाहर आ जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 33,000 से भी कम मतों से 25 सीट जीती थीं।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग भाजपा के साथ सांठगांठ कर रहा है और उनकी मदद कर रहा है।
गांधी ने अपने दावों पर हस्ताक्षरयुक्त घोषणापत्र मांगने के लिए निर्वाचन आयोग पर भी पलटवार किया और कहा कि उन्होंने यह टिप्पणी सार्वजनिक रूप से की है और वे इसे ‘‘शपथ के रूप में ले सकते हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि निर्वाचन आयोग उस पर हमला करने से ‘‘बहुत डरा हुआ’’ है और उसने उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की, क्योंकि वह जानता है कि वह सच बोल रहे हैं।
गांधी ने कहा, ‘‘मैं एक नेता हूं, मैं लोगों से जो कहता हूं वही मेरा वचन है। मैं इसे सार्वजनिक रूप से सभी से कह रहा हूं, इसे शपथ के रूप में लीजिए। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने इस जानकारी से इनकार नहीं किया है।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘वे यह नहीं कह रहें कि (मेरे द्वारा दिखाई गई) मतदाता सूचियां गलत हैं, वे कह रहे हैं कि राहुल गांधी को घोषणा पत्र देकर यह कहना चाहिए… वे सच्चाई जानते हैं। हम जानते हैं कि आपने (निर्वाचन आयोग ने) पूरे देश में ऐसा किया है।’’
संवाददाता सम्मेलन में ऑनलाइन प्रस्तुति देते हुए गांधी ने कहा कि उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बेंगलुरु मध्य लोकसभा क्षेत्र और उसके अंतर्गत आने वाले महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता आंकड़ों का विश्लेषण किया है।
उन्होंने दावा किया कि एक आंतरिक चुनाव सर्वेक्षण से संकेत मिलता है कि कांग्रेस को कर्नाटक में (2024 के लोकसभा चुनाव में) 16 सीट जीतने की उम्मीद थी, लेकिन वह नौ सीट ही जीत पाई। उन्होंने कहा कि पार्टी ने सात सीट पर हुई अप्रत्याशित हार पर ध्यान केंद्रित किया और महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र को चुना और निर्वाचन आयोग से प्राप्त 2024 के चुनावों के सभी आंकड़े लिए।
गांधी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट पर 6,58,915 मत हासिल किए और 32,707 के अंतर से जीत हासिल की।
उन्होंने कहा, ‘‘महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को 1,15,586 मत मिले, जबकि भाजपा को 2,29,632 मत मिले।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने महादेवपुरा को छोड़कर सभी विधानसभा सीट पर जीत हासिल की, जहां भाजपा ने 1,14,046 मतों के अंतर से जीत हासिल की। इस सीट ने उनकी चुनावी जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया और लोकसभा चुनाव का परिणाम भी इसी सीट की बदौलत उनके पक्ष में गया।’’
गांधी ने दावा किया, ‘‘यह विसंगति बहुत बड़ा असंतुलन है। इसलिए, हमने विवरणों की जांच शुरू की और पाया कि महादेवपुरा विधानसभा में लगभग 1,00,250 मत चुराए गए थे।’’
उन्होंने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के निर्वाचन आयोग के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र में ही ‘‘एक लाख फर्जी मतदाता हैं’’।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम देश के लोगों से कह रहे हैं कि यह आपका भविष्य है। पूरी व्यवस्था चुराई जा रही है। यह सबूत 100 प्रतिशत स्पष्ट है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि यह अपराध देशभर में राज्य दर राज्य बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज और मतदाता सूची अपराध के सबूत हैं और निर्वाचन आयोग इसे नष्ट करने की कोशिश कर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि निर्वाचन आयोग अब हमें पिछले 10-15 वर्षों का इलेक्ट्रॉनिक मतदाता डेटा नहीं देता है, और यदि वह सीसीटीवी फुटेज साझा नहीं करता है, तो वे अपराध में भागीदार हैं।’’
गांधी ने इस मुद्दे में न्यायपालिका के शामिल होने की भी वकालत की। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि न्यायपालिका को इसमें शामिल होना चाहिए। हमें समझना होगा कि क्या हो रहा है। क्योंकि, जिससे हम इतना प्यार करते हैं – हमारा लोकतंत्र, उसका अस्तित्व ही नहीं है।’’
‘‘चुनावी धोखाधड़ी’’ में शामिल लोगों को चेतावनी देते हुए गांधी ने कहा कि ऐसा करने वाले प्रत्येक मतदान अधिकारी को परिणाम भुगतने होंगे, चाहे वह वरिष्ठ हो या कनिष्ठ।
उन्होंने कहा, ‘‘एक दिन विपक्ष सत्ता में आएगा और तब आप देखेंगे कि हम आपके साथ क्या करेंगे; क्योंकि आप उस नींव पर हमला कर रहे हैं जिसके लिए हमारे पूर्वजों ने भारत की आजादी के वास्ते लड़ाई लड़ी थी और हम आपको ऐसा करने की अनुमति नहीं देंगे, चाहे आप कोई भी हों।’’
गांधी ने कहा कि संविधान की नींव इस तथ्य पर आधारित है कि एक व्यक्ति को एक वोट मिलता है।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ समय से जनता में संदेह की स्थिति है। सत्ता विरोधी लहर हर पार्टी को प्रभावित करती है, लेकिन भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसे लोकतांत्रिक ढांचे में सत्ता विरोधी लहर का सामना नहीं करना पड़ता है।’’
गांधी ने कहा कि ‘एग्जिट पोल’ और आंतरिक सर्वेक्षण बड़े पैमाने पर गलत साबित होते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया हमेशा सत्ता विरोधी लहर की कमी, जनमत और एग्जिट पोल के गलत होने और भाजपा की भारी और अप्रत्याशित जीत के लिए कोई न कोई कारण बताती है। और ये कारण कई हैं – ‘लाडली बहन’ योजना, पुलवामा हमला आदि।’’
गांधी ने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग हमें आंकड़े नहीं दे रहा है क्योंकि उसे डर है कि जो हमने महादेवपुरा में किया, वही हम बाकी लोकसभा सीट पर भी करेंगे और तब देश के लोकतंत्र की सच्चाई सामने आ जाएगी।’’