लखनऊ: आठ मई (ए)।
एक सरकारी बयान के अनुसार, यह संयंत्र उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के अंतर्गत साढ़े तीन वर्षों में पूरा किया गया है।
यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब भारत पाकिस्तान के साथ सशस्त्र संघर्ष में उलझा हुआ है, नियंत्रण रेखा के पार दोनों ओर से भारी गोलाबारी हो रही है तथा पाकिस्तान में कई आतंकवादी शिविर नष्ट हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने कहा कि राज्य ने निर्माण इकाई (कारखाने) के लिए दिसंबर 2021 में 80 हेक्टेयर भूमि मुफ्त में उपलब्ध कराई थी।
इस इकाई में लगभग 500 इंजीनियरों और तकनीशियनों के साथ-साथ हजारों कुशल, अर्ध-कुशल और सामान्य श्रमिकों को अप्रत्यक्ष रूप से नियुक्त किया जाएगा।
ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस के बीच संयुक्त उद्यम ब्रह्मोस एयरोस्पेस का उत्पाद है। उत्तर प्रदेश रक्षा विनिर्माण के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है और रक्षा गलियारा पहल के तहत 12 अन्य रक्षा कंपनियों को 117.35 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है।
बयान में कहा गया है कि सामूहिक रूप से इन रक्षा परियोजनाओं से क्षेत्र में 3,000 से अधिक नौकरियां पैदा होने का अनुमान है।