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खुद को गृह मंत्री अमित शाह का ओएसडी बताने वाला सिविल इंजीनियर गिरफ्तार

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नयी दिल्ली, नौ जुलाई (ए) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कथित तौर पर एक विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) बताने और गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में अपनी नियुक्ति कराने की कोशिश करने वाले एक सिविल इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।.

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी रॉबिन उपाध्याय (48) ने दावा किया कि उसने 25 वर्षों से अधिक समय तक कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम किया है।.पुलिस ने बताया कि उपाध्याय एक्सप्रेस परियोजना के लिए उपाध्यक्ष-सह-परियोजना समन्वयक के पद पर अपनी नियुक्ति कराने का प्रयास कर रहा था।

यह मामला उस वक्त प्रकाश में आया, जब अक्षत शर्मा नाम के व्यक्ति ने नयी दिल्ली में साइबर पुलिस थाना में एक शिकायत दी। इसमें उन्होंने कहा कि उन्हें एक ‘फर्जी’ ईमेल पते से उनकी आधिकारिक ईमेल आईडी पर खुद को केंद्रीय गृह मंत्री का ओएसडी होने का दावा करने वाले राजीव कुमार नाम के एक व्यक्ति का ईमेल प्राप्त हुआ है।

शर्मा द्वारा पुलिस में की गई शिकायत के अनुसार, ईमेल करने वाले व्यक्ति ने बताया कि उसे रॉबिन उपाध्याय को गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए सीनियर एसोसिएट उपाध्यक्ष-सह-परियोजना समन्वयक के रूप में नियुक्त करने के लिए निर्देश देने को कहा गया है।

पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि ईमेल पता ‘राजीव.ओएसडी.एमएचएऐटजीमेल.कॉम’ फर्जी है और लोगों से छल करने के उद्देश्य से बनाया गया है।

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) हेमंत तिवारी ने कहा, ‘‘तकनीकी निगरानी के आधार पर, हमारी टीम ने मुख्य संदिग्ध रॉबिन उपाध्याय के बारे में छानबीन की, जिसमें यह पता चला कि ईमेल पता सात दिन पहले बनाया गया था और यह उपाध्याय के नाम से पंजीकृत पाया गया।’’

तिवारी ने कहा कि पूछताछ करने पर उपाध्याय ने खुलासा किया कि सिविल इंजीनियर होने के नाते उसे निर्माण परियोजनाओं का लंबा अनुभव है, और नौकरी पाने के लिए गलत जानकारी देने की सोची।

उन्होंने कहा, ‘‘इसतरह, उसने जारी राजमार्ग परियोजनाओं और उनकी प्रगति के बारे में पता किया। उसके बाद खुद को केंद्रीय गृह मंत्री का ओएसडी, राजीव कुमार बताते हुए एक ईमेल आईडी बनाई।’’

तिवारी ने कहा, ‘‘उसने अपनी सीवी (करियर से जुड़ी जानकारी) भी संलग्न की थी।’’

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