इटावा (उप्र): 27 सितंबर (ए)
सदर क्षेत्र के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) विक्रम सिंह राघव ने आज पत्रकारों को बताया कि लिपिक की तलाश के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और गोताखोरों की टीम को लगाया गया जिसने 24 घंटे पश्चात शनिवार सुबह कड़ी मशक्कत के बाद घटनास्थल से लगभग 14 किलोमीटर दूर नदी से शव को बरामद किया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार नगर पालिका के वरिष्ठ लिपिक राजीव कुमार यादव (59) निवासी सरैया थाना सिविल लाइन प्रतिदिन की तरह शुक्रवार को सुबह घर से टहलने की बात कहकर बाइक से निकले थे।
सूत्रों ने बताया कि कोतवाली सदर क्षेत्र के अंतर्गत इटावा-ग्वालियर मार्ग पर यमुना नदी पर बने पुल पर बाइक को खडी करके वहां से गुजर रहे राहगीरों से वह चीख-चीख कर रोते हुए इटावा नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष एवं अधिशाषी अधिकारी के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाने लगे और देखते ही देखते पुल के ऊपर से नदी में छलांग लगा दी।
राहगीरों ने कोतवाली पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना पाकर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) यशवंत सिंह मौके पर पहुंचे।
सिंह ने बताया कि पुल पर खडी बाइक की तलाशी लेने पर पुलिस को बाइक से दो पेज का नदी में कूदने से पूर्व लिखा गया पत्र बरामद हुआ।
उन्होंने कहा कि इस पत्र में पीड़ित ने इटावा नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष ज्योति गुप्ता, अध्यक्ष के पति कुलदीप गुप्ता संटू (इटावा नगरपालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष), अधिशाषी अधिकारी संतोष कुमार मिश्रा, सेवानिवृत्त अतर सिंह सेंगर, पालिका के सेवा निवृत प्रभारी कार्यालय अधीक्षक सुनील वर्मा के खिलाफ उत्पीडन का आरोप लगाया है।
पत्र में कहा गया है कि वह इन लोगों से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं।
राजीव कुमार ने इसके जरिये प्रदेश के मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा, ‘‘मेरी मौत की समस्त जिम्मेदारी इन पांच लोगो के ऊपर तय की जाये और मेरी हत्या का मामला दर्ज कर इनको कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाये।’’घटना की सूचना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट राकेश कुमार, उपजिलाधिकारी (सदर) विक्रम सिंह राघव तथा नगरपालिका के तमाम कर्मचारी गण मौके पर पहुंचे।