पुणे: 29 मई (ए)।
मई 2024 में कथित तौर पर नशे की हालत में पोर्श कार चलाने के आरोपी 17 वर्षीय लड़के के रक्त के नमूनों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में पिछले साल उनकी गिरफ्तारी के बाद से तावरे को यहां यरवदा केंद्रीय कारागार में रखा गया है।
तेज रफ्तार पोर्श कार की चपेट में आने से मोटरसाइकिल सवार दो आईटी पेशेवरों की मौत हो गई थी।
पुणे में ससून जनरल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक होने के नाते तावरे क्षेत्रीय प्राधिकार समिति के प्रमुख भी थे, जिसने 2022 में किडनी प्रतिरोपण को मंजूरी दी थी।
पुणे पुलिस ने मई 2022 में किडनी प्रतिरोपण प्रक्रिया से संबंधित कथित कदाचार के संबंध में रूबी हॉल क्लिनिक अस्पताल के प्रबंध ट्रस्टी और उसके कुछ कर्मचारियों सहित 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
पुणे अपराध शाखा के एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘डॉ. तावरे की भूमिका तब सामने आई जब राज्य सरकार द्वारा गठित एक समिति ने उन्हें दोषी ठहराया। बुधवार को हमने अदालत से पेशी वारंट पर उन्हें हिरासत में लिया और किडनी गिरोह मामले में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया। उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें दो जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।’