नयी दिल्ली: 17 जून (ए)।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब एक आईटी कंपनी में काम करने वाली 28 वर्षीय महिला ने आरोप लगाया कि सुमित भार्गव (35) नामक आरोपी ने उससे करीब तीन लाख रुपये ठग लिए।
महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि आरोपी ने दावा किया कि उसके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन की समस्याओं को ठीक करने के लिए धार्मिक अनुष्ठान कर सकता है।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राजा बंथिया ने बताया, “भार्गव ऑनलाइन आध्यात्मिक धोखाधड़ी का एक नेटवर्क संचालित करता था और उसकी कार्यप्रणाली बहुत व्यवस्थित थी, जिसके तहत वह सोशल मीडिया पर ज्योतिष से संबंधित आकर्षक सामग्री पोस्ट करता था, भावनात्मक रूप से कमजोर व्यक्तियों को अपने जाल में फंसाता था और उन्हें विस्तृत आध्यात्मिक उपचार के वास्ते पैसे देने के लिए राजी करता था, जबकि उन्हें लाभ पहुंचाने का (भार्गव का) कोई वास्तविक इरादा नहीं था।”
अधिकारी ने बताया कि समय के साथ उसने पीड़िता को विभिन्न अनुष्ठानों के लिए लगभग तीन लाख रुपये का भुगतान करने के लिए राजी कर लिया।
पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।
डीसीपी ने कहा, “जांच के दौरान हमारी टीम ने जयपुर के मानसरोवर और विद्याधर नगर इलाकों में छापेमारी की। अंततः आरोपी के घर का पता लगा लिया गया, जहां वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था।”
उन्होंने कहा कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है तथा उसके बैंक खाते (जिसमें धोखाधड़ी से भुगतान कराया गया था) से लेनदेन पर रोक लगा दी गयी है।