जयपुर: 10 अगस्त (ए)।
यह घटना आसींद उपखंड के सरेरी गांव की है जहां भैरूलाल जोशी ने अपनी बेटी पूजा की शादी उसी गांव के निवासी संजय तिवारी से तय की थी। रिश्तेदारों के अनुसार इस साल अप्रैल में शादी भी हो गई जिस पर लाखों रुपये खर्च किए गए।
हेड कांस्टेबल श्रवण कुमार ने बताया कि जोशी ने 30 जुलाई को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसमें कहा कि उनकी बेटी 29 जुलाई को भीलवाड़ा के माणिक्य लाल वर्मा कॉलेज में परीक्षा देने के लिए घर से निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी।
कुमार ने कहा, ‘‘हमने आस-पास के इलाकों और रिश्तेदारों से पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। उसके फोन पर घंटी जाती थी लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया।’’
बाद में पुलिस ने उसका पता लगाया तो पाया कि उसने अपनी मर्जी से अपने पति के एक रिश्तेदार सूरज तिवारी से शादी कर ली है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने परिवार को सूचित किया और उनसे कहा कि जब उनकी बेटी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पेश हो, तो वे भी मौजूद रहें।’’
उन्होंने बताया कि चार अगस्त को पूजा पुलिस अधीक्षक के सामने पेश हुई और उसने पुष्टि कि उसने अपनी मर्जी से सूरज से शादी कर ली है और आरोप लगाया कि उसे अपने परिवार से खतरा है।
बाद में, जोशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब मेरी बेटी थाने आई तो उसने हमारे खिलाफ बयान दिए। मुझे बहुत दुख हुआ और मैंने उसे परिवार के लिए मरा हुआ मान लिया है। मैंने उसके नाम पर एक शोक संदेश छपवाया है और घर पर 12 दिनों की शोक सभा आयोजित कर रहा हूं। 10 अगस्त को एक मृत्युभोज रखा गया है।’’
छपे हुए संदेश में उसकी शादी की तारीख का उल्लेख था और घोषणा की गई थी कि 29 जुलाई को परिवार के लिए उसका ‘‘निधन’’ हो गया था। स्थानीय ग्रामीण और रिश्तेदार शोक सभा में शामिल हो रहे हैं।पिता ने शोक पत्रिका में छपवाया–अत्यन्त दुख के साथ सूचित किया जाता है कि भैरूलाल जोशी की सुपुत्री पुजा बाई का विवाह 25 अप्रेल 2025 को हुआ है। जो कि विवाह पश्चात दिनांक 29 जुलाई 2025 को चली गई है। इसलिए हमारे परिवार के लिए वह स्वर्गवास हो गई जिसका द्वादश दिनांक 10 अगस्त 2025 रविवार को रखा गया है।