सहायक पुलिस आयुक्त (कल्याणपुर) अभिषेक पांडेय ने बताया कि डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने सोमवार को कानपुर की एक निचली अदालत के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया और बाद में उसे जेल भेज दिया गया।उनके मुताबिक, तिवारी लापरवाही से हुई मौत के मामले में वांछित थी। उसने कुछ दिन पहले आत्म समर्पण के लिए आवेदन दिया था।
उन्होंने कहा, ‘वह आज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में पेश हुई और औपचारिक रूप से आत्म समर्पण कर दिया।’
पांडेय ने कहा कि पुलिस जल्द ही तिवारी की हिरासत की मांग के लिए आवेदन करेगी।
यह मामला दो इंजीनियरों की मौत से जुड़ा है जिन्होंने डॉक्टर अनुष्का तिवारी और उसके पति डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी द्वारा संचालित क्लिनिक में कथित तौर पर हेयर ट्रांसप्लांट प्रक्रिया करवाई थी। यह घटना तब प्रकाश में आई थी मृत इंजीनियरों में से विनीत दुबे की पत्नी जया त्रिपाठी ने लगभग एक महीने पहले मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराई गयी शिकायत में क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया था।
एक अधिकारी के मुताबिक, जांच में पता चला है कि दंपति ने हेयर ट्रांसप्लांट के वास्ते सहायता के लिए कथित तौर पर अप्रशिक्षित कर्मचारियों को नियुक्त किया था।
उन्होंने बताया कि इसके बाद डॉक्टर अनुष्का तिवारी गिरफ्तारी से बचने के लिए छिप गई थी। उसकी तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया। हालांकि, पकड़े जाने से पहले ही वह आत्मसमर्पण करने में सफल रही।