लखनऊ: एक अक्टूबर (ए)
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में यह भी आरोप लगाया, “भाजपाइयों के बीच मची बहुमूल्य धातुओं की जमाख़ोरी की वजह से अब तो चांदी भी ग़रीब की पहुंच से बाहर हो गयी है।”उन्होंने कहा कि इस वजह से हालात ऐसे हो गए हैं कि गरीब आदमी शादी-ब्याह में आशीर्वाद स्वरूप अपनों को सोने की एक लौंग तक नहीं दे सकता है।
यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि सोने के दाम सारे रिकॉर्ड तोड़कर एक लाख 20 हज़ार प्रति तोला तक पहुंच रहे हैं।
इसी पोस्ट में उन्होंने आरोप लगाया, “भाजपा राज में सोने के दामों का बेतहाशा बढ़ने का कारण आम जनता के बीच सोने की मांग बढ़ना नहीं है बल्कि इसका कारण महाभ्रष्ट भाजपाइयों की तरल काली कमाई को ठोस में बदलनेवाला ‘स्वर्णीकरण’ है।”
यादव ने कहा, ”अब भाजपाई प्रचारतंत्र ये कहेगा कि भाजपा सरकार क्या करे, सोने के दाम तो अंतरराष्ट्रीय बाज़ार से तय होते हैं। अगर ये सच है तो सरकार इस बात का ख़ुलासा करे कि दाम बढ़ने के बावजूद भी अर्थव्यवस्था के किस नियम और सिद्धांत के तहत विलासी-धातुओं के दाम बढ़ रहे हैं।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या सोने की जमाख़ोरों के लिए भाजपा सरकार में किसी के पास कोई ड्रोन, दूरबीन या बुलडोज़र नहीं है।
उन्होंने कहा, “कहीं ऐसा तो नहीं जिसे लोग लोहे का ‘डबल इंजन’ समझ रहे हैं वो भी अंदर से सोने का हो चुका है।”