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कोरोना काल में जब झोलाछाप डाक्टर ने संतरे के बाग को ही बना दिया अस्पताल फिर—-

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आगर मालवा, 06 मई (ए)। देश में फैली कोरोना महामारी के बीच आज कल इस तरह के मामले सामने आ रहें हैं जो चौकाने वाला है। इसी तरह का एक मामला मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में कोरोना काल में संतरे के बगीचे को अस्पताल में तब्दील करने का सामने आया है। दरअसल यहाँ एक झोलाछाप डॉक्टर संतरे के बाग में ही मरीजों को लिटाकर इलाज कर रहा था और उन्हें ग्लूकोज भी चढ़ा रहा था। इस मामले की खबर मिलने पर अधिकारी जब मौके पर पहुंचे तो डॉक्टर मौके से फरार हो गया। मौके पर पहुंचे अफसरों की टीम को सिर्फ पेड़ों के सहारे बोतलें ही टंगी मिली हैं। इस घटना का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। अफसरों को मौके से सीरिंज और दवाइयों के पत्ते अधजली अवस्था में मिले हैं। 
अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीणों में कोरोना को लेकर डर व्याप्त है। इसके चलते लोग सरकारी अस्पातालों में जाने से बच रहे हैं। उन्हें डर है कि यदि वे अस्पताल का रुख करेंगे तो उन्हें कोरोना मरीज बताकर भर्ती कर लिया जाएगा। इसी डर से लोग झोलाछाप डॉक्टर से ही इलाज के लिए रुख कर रहे हैं। कोरोना के इस दौर में खुली जगह को अस्पताल में तब्दील करना नियमों का उल्लंघन है। फिलहाल उस झोलाछाप डॉक्टर की तलाश की जा रही है, जिसने संतरे के बाग को ही अस्थायी अस्पताल में तब्दील कर दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरें में बाग में कई लोग लेटे हुए नजर आ रहे हैं। इन लोगों में महिलाओं की भी अच्छी खासी संख्या है।

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