अंतरराज्यीय ऑक्सीटोसिन गिरोह का भंडाफोड़

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ: दो जुलाई (ए) उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की अवैध तस्करी और आपूर्ति में कथित रूप से शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह के तीन संदिग्ध सदस्यों को बुधवार को गिरफ्तार किया। एसटीएफ के अनुसार इस ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का कथित तौर पर इस्तेमाल दुधारू मवेशियों और सब्जियों में किया जाता था।

एसटीएफ ने एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए लखनऊ के काकोरी थानाक्षेत्र में बुद्धेश्वर क्रॉसिंग के पास मोहन रोड पर एक मकान पर छापेमारी के दौरान लगभग 5,87,880 मिलीलीटर ऑक्सीटोसिन जब्त किया, जिसकी कीमत लगभग 1.20 करोड़ रुपये है।

एसटीएफ ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान लखनऊ निवासी अनमोल पाल, अवधेश पाल और पास के सीतापुर जिले के खगेश्वर के रूप में हुई है।

एसटीएफ ने कहा कि बरामद सामग्री में ऑक्सीटोसिन का स्टॉक, 12,000 रुपये नकद, 800 खाली शीशियां, रबर और एल्युमीनियम के ढक्कन, प्लास्टिक की कीप, पाइप, नमक के पैकेट और एक ट्रांसपोर्ट वाहन शामिल है। बयान के मुताबिक तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।

एसटीएफ के अनुसार, गिरोह बिहार से ‘मिनरल वाटर पार्सल’ की आड़ में हाई-डेंसिटी ऑक्सीटोसिन खरीद रहा था।

एसटीएफ ने कहा, ‘प्राप्त होने के बाद, वे उसे छोटे-छोटे एम्पुल में पैक करते थे तथा लखनऊ और आसपास के जिलों में अवैध रूप से वितरित करते थे। ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल कथित तौर पर मवेशियों में दूध उत्पादन कृत्रिम रूप से बढ़ाने और फलों एवं सब्जियों के विकास को तेज करने के लिए किया जाता था – जो जानवरों और मनुष्यों दोनों के लिए गंभीर स्वास्थ्य खतरा पैदा करता है।’

एसटीएफ ने एक बयान में कहा, ‘इंजेक्शन को पतला करके अस्वच्छ परिस्थितियों में बिना लाइसेंस वाली शीशियों में भरा जा रहा था।’

उसने कहा कि इस संबंध में भारतीय न्याय संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत काकोरी पुलिस थाने में एक मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले में आगे की जांच की जा रही है।