नयी दिल्ली: सात अक्टूबर (ए)
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टिट्यूट के चिकित्सकों ने पिछले महीने एक दुर्लभ हृदय सर्जरी करके लड़के की जान बचाई। इस सर्जरी को ‘इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी स्टडी’ और ‘रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन’ कहा जाता है।उन्होंने कहा कि बच्चा को रिकवरी के बाद घर भेज दिया गया और वो जल्द ही वापस फुटवॉल खेलने लगेगा।फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के कार्डियक पेसिंग और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी विभाग की निदेशक डॉ. अपर्णा जसवाल और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. अमितेश चक्रवर्ती के नेतृत्व में एक टीम द्वारा की गई। फोर्टिस की डॉक्टर अपर्णा ने बताया कि बच्चे के वजन ने प्रक्रिया को और मुश्किल बना दिया था। डॉ. जसवाल का कहना है कि हम आमतौर पर इलाज प्रक्रिया को शुरू करने के लिए तब तक इंतजार करते हैं जब तक मरीज का वजन कम से कम 35 किलो न हो जाएं। लेकिन इस मामले में बच्चे का वजन का वजन सिर्फ 25 किलो था और हमारे पास समय भी नहीं था कि हम बच्चे का वजन बढ़ने का इंतजार करें।