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कलयुगी पुत्र ही निकला मां बहन का हत्यारा

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गाजीपुर,15 नवम्बर (ए)। मुहम्मदाबाद कोतवाली पुलिस व स्वाट की संयुक्त टीम ने मुहम्मदाबाद क्षेत्र के कठउत गांव में रविवार की रात हुई मां बेटी की डबल मर्डर मिस्ट्री की घटना का 24 घण्टे के अन्दर सफल अनावरण कर आलाकतल के साथ अभियुक्त की गिरफ्तार कर लिया।
उक्त अभियोग की जांच/विवेचना से यह तथ्य प्रकाश में आया कि उक्त अभियोग के वादी मुकदमा गौरीशंकर पुत्र स्व. केदार निवासी ग्राम कठउत ने 09 नवम्बर को अपने पड़ोस के मोहन राजभर की (साढ़े सात) मण्डा (15 विस्वा जमीन उसके परिवार के रजामंदी के बिना बहला फुसलाकर गांव के ही मुसाफिर राम को 23 लाख में तय कर संजय राय वर्तमान ग्राम प्रधान के माध्यम से रजिस्ट्री करा दिया और 10 लाख रुपया संजय राय के खाते में तथा 10 लाख रुपया अपने पिता के खाते में डलवा दिया। रजिस्ट्री के बाद संजय राय द्वारा 3-3 लाख का दो चेक मोहन के नाम व 4 लाख का चेक गौरीशंकर के नाम काट कर दिया गया। मोहन व गौरीशंकर यूनियन बैंक आफ इण्डिया शाहबाज कुली में जाकर पैसा निकालकर गांव में आये और गौरी ने कहा कि पैसा मैं रखा हूँ बाद में दे दूंगा। इसके बाद गौरी शंकर अपनी पत्नी व बच्चों को लेकर अपने ससुराल चला गया तब से उसकी पत्नी व बच्चे ससुराल में ही रह रहे हैं। माँ की तबीयत खराब होने पर उसकी बहन मालती करीब एक वर्ष से यही रह रही है। रजिस्ट्री की बात मोहन के लड़के को जानकारी हुई तो गांव वालो की पंचायत हुई और तय हुआ कि 11 लाख 50 हजार गौरी शंकर के पास है तथा 11 लाख 50 हजार संजय राय के पास है। संजय राय अपने हिस्से का पैसा देने को तैयार थे। मुसाफिर राम द्वारा मुकदमे में बयान देकर जमीन वापस कर देने की बात तय हुई थी परन्तु गौरीशंकर हीला हवाली करता चला आ रहा था। गत 24 तारीख को पुनः पंचायत हुई तो गौरीशंकर ने कहा कि मैं अपना घर बेच कर दिनांक 26 अक्टूबर 2022 को पैसा दे दूंगा। उसके बाद तब से अब तक एक दिन दो दिन का समय लेता रहा, उसकी माँ घर बेचने को तैयार नही थी पर वह मां पर दबाव डाल रहा था। विवेचना के क्रम में गवाहो के बयान अभिलेखीय साक्ष्य के पुख्ता सबूत पाये जाने पर गौरीशंकर को पुलिस ने कस्टडी में लेकर पूछताछ किया तो उसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि 13 नवम्बर 2022 को समय करीब 20.15 बजे के लगभग अपनी माँ को अपने कमरे में बुलाकर मनाने का प्रयास किया, तैयार न होने पर रस्सी से गला दबा कर माँ की हत्या कर दी और शव को घसीट कर दूसरे कमरे में कर रहा था कि बहन भी आ गयी और विरोध किया व चिल्लाने लगी तो उसी रस्सी से उसका गला दबा कर उसकी भी हत्या कर दिया। उसी समय मेरी बहन का नाती आ गया, रोने पर उसका गला दबाया तो वह बेहोश हो गया। उसके बाद उन्हें वहीं छोड़कर रस्सी अपने तख्त के नीचे छुपाकर भाग कर राजू कुशवाहा के घर चल गया जहां पर पूर्व नियोजित दावत थी जिसका खर्च मैने स्वयं दिया था। भोजन के बाद राजू के साथ साथ ट्रैक्टर जिसे राजू चला कर खेत जोत रहा था, मै ट्रैक्टर पर बैठा रहा। जुताई के बाद उसी के घर पर आकर सो गया। सुबह दोनों करीब 5 बजे उठकर मेन रोड पर गये। और सुभाष राजभर को फोन कर चाय की दुकान पर बुलाया। आने के पूर्व हम दोनों पूर्व ग्राम प्रधान गौसपुर झन्ने के घर गये और घटना की जानकारी दी और पुनः चाय की दुकान पर आकर घटना के बारे में बताया और 112 नम्बर पर मै सुभाष राजभर के फोन से दो औरते व एक बच्चे की हत्या की सूचना दिया था।
गौरीशंकर की निशान देही पर उसके तख्त की नीचे सिरहाने से आलाकत्ल रस्सी बरामद हुई तथा उसके हस्तलेख का एक पत्र तकिया के नीचे से बरामद हुआ जो घटना के पूर्व के लिखने व घटना में पुष्टी करता है। गौरीशंकर एक शातिर किस्म का अपराधी प्रवृति का व्यक्ति है। इसका आपराधिक इतिहास भी है तथा उसे न्यायालय से 7 वर्ष की सजा भी हो चुकी है। पुलिस ने विधिक कार्यवाही करते हुए उसे न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
हत्यारे को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में
प्रभारी स्वाट टीम उपनिरीक्षक द्वय रामाश्रय राय व सुनील तिवारी मय स्वाट टीम, प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार मिश्र मय हमराह व उपनिरीक्षक राजीव कुमार त्रिपाठी थाना मुहम्मदाबाद जनपद गाजीपुर शामिल रहे।

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