नयी दिल्ली: 10 दिसंबर (ए)
उन्होंने सदन में, चुनाव सुधारों पर चर्चा पर जवाब देते हुए यह भी कहा कि संविधान का अनुच्छेद 327 निर्वाचन आयोग को मतदाता सूची बनाने का पूर्ण अधिकार देता है।गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मैं सदन और देश की जनता को कहना चाहता हूं कि क्या घुसपैठिए तय करेंगे कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री कौन होगा।’’ शाह ने कहा कि यह एसआईआर मतदाता सूची के शुद्धिकरण की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि विदेशी नागरिकों को भारत में मतदान करने का अधिकार नहीं दिया जा सकता।इससे पहले लोकसभा में राहुल गांधी ने चुनाव प्रक्रिया में तीन प्रमुख सुधारों की मांग की। उन्होंने कहा, “सबसे बड़ा राष्ट्र-विरोधी कृत्य वोट ‘चोरी’ है; जब आप वोट नष्ट करते हैं, तो भारत की अवधारणा नष्ट करते हैं।” राहुल ने मांग की कि चुनाव से कम से कम एक महीने पहले मशीन-रीडेबल वोटर लिस्ट सार्वजनिक हो, सीसीटीवी फुटेज मिटाने वाला कानून वापस लिया जाए, विपक्ष को ईवीएम तक पहुंच मिले, और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति प्रक्रिया में मुख्य न्यायाधीश को शामिल किया जाए। उन्होंने कहा, “सरकार ये सुधार नहीं चाहती, लेकिन हम हर हाल में बदलाव लाएंगे।”समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने एसआईआर प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में अब तक 10 बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) इस प्रक्रिया में अपनी जान गंवा चुके हैं। हम मांग करते हैं कि मृतक बीएलओ के परिवार को 1 करोड़ रुपए की अनुदान राशि और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।”