लाहौर: 16 सितंबर (ए)
यह वीडियो छह सितंबर को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुए मिशन मुस्तफा सम्मेलन का बताया जा रहा है।
कई बंदूकधारियों के बीच खड़े जैश कमांडर ने कहा, ‘‘इस देश की वैचारिक और भौगोलिक सीमाओं की रक्षा के लिए, हमने दिल्ली, काबुल और कंधार पर हमला किया (जिहाद छेड़ा)। और अपना सब कुछ कुर्बान करने के बाद, सात मई को बहावलपुर में मौलाना मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों को (भारतीय हमलों में) टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया।’’
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया।
पहलगाम नरसंहार का करार जवाब देते हुए, भारतीय सशस्त्र बलों ने सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ बहावलपुर सहित विभिन्न आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए।
अजहर के हवाले से जारी एक बयान में कहा गया था कि लाहौर से लगभग 400 किलोमीटर दूर बहावलपुर में जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह पर भारत के हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी सहयोगी मारे गए। मारे गए लोगों में अजहर की बड़ी बहन और उसका पति, एक भतीजा और उसकी पत्नी, एक भतीजी और परिवार के पांच बच्चे शामिल थे।
पाकिस्तानी सेना के जनरल, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और शीर्ष नौकरशाह भारतीय हमलों में मारे गए लोगों के जनाजे की नमाज में शामिल हुए थे।
वर्ष 1999 में आईसी-814 विमान के अपहृत यात्रियों के बदले अजहर की रिहाई के बाद बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद का केंद्र बन गया।
मई 2019 में, संयुक्त राष्ट्र ने अजहर को ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित किया।