अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। एक ट्रॉली कोच सहित दो डिब्बे लूप लाइन पर पटरी से उतर गए।’’
दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर हुई इस घटना के कारण रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि रेल के छठे और सातवें डिब्बे जोरदार झटके के साथ पटरी से उतर गए।
उन्होंने बताया, “उस समय ट्रेन धीमी गति से चल रही थी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।”
त्रिपाठी ने बताया हालांकि किसी के गंभीर रूप से घायल होने या मौत की खबर नहीं है लेकिन कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आईं और उन्हें घटनास्थल पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने अधिकारियों को बताया कि डिब्बे अचानक झुक गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
उन्होंने बताया कि महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कई यात्रियों को प्रभावित डिब्बों से बाहर निकलने में साथी यात्रियों ने मदद की।
अधिकारियों ने बताया कि बचाव कार्य शुरू करने के लिए दुर्घटना राहत ट्रेन, तकनीकी दल और एक मेडिकल वैन तुरंत घटनास्थल पर भेजी गई।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) दिनेश त्रिपाठी बचाव कार्यों व घटनास्थल पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे।
अधिकारी ने बताया कि घटना के कारण दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर रेल यतायात बाधित हो गया, जिसके कारण उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) को कई ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि रेल मार्ग की सफाई और गहन सुरक्षा निरीक्षण के बाद रेल यातायात बहाल होने की उम्मीद है।
रेलवे प्रशासन ने रेल के पटरी से उतरने के कारणों की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है।
त्रिपाठी ने बताया कि वर्तमान में ट्रैक के अवरुद्ध हिस्से को साफ करने के प्रयास जारी हैं और यात्रियों के लिए वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था की गई है।