भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा ने यह घोषणा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में व्यापक विचार-विमर्श के बाद राधाकृष्णन के नाम पर फैसला किया गया। यह निर्णय भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया गया, जो उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार को अंतिम रूप देने के लिए बुलाई गई थी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने इसका ऐलान किया। नड्डा ने कहा कि हम विपक्ष से भी बात करेंगे। हमें उनका समर्थन भी मिलना चाहिए ताकि हम सब मिलकर उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्विरोध चुनाव सुनिश्चित कर सकें।
पिछले महीने जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव नौ सितंबर को होगा।
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 22 अगस्त है।
तमिलनाडु के तिरुपुर में 4 मई 1957 को जन्मे सीपी राधाकृष्णन व्यवसाय प्रशासन में स्नातक हैं। उनके पास अपने गृह राज्य में चार दशकों से अधिक का राजनीतिक अनुभव है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से शुरुआत करते हुए वह 1974 में बीजेपी के पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य बने। वह 1996 में तमिलनाडु बीजेपी के सचिव बने और 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा के लिए चुने गए। उन्होंने 2004 में न्यूयॉर्क में संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। वह 2004-2007 तक तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष भी रहे।