Site icon Asian News Service

नीतीश कुमार ने लालू की ‘द्वार खुले होने की’ टिप्पणी को नहीं दी तवज्जो

Spread the love

पटना: 17 फरवरी (ए) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद की उस टिप्पणी को अधिक तवज्जो नहीं दी कि ‘‘नीतीश कुमार के लिए द्वार हमेशा खुले हैं।’’

कुमार ने कहा कि उनके संबंध सहयोगियों के साथ-साथ विरोधियों के साथ भी अच्छे हैं।जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख कुमार अपने पूर्व सहयोगी लालू प्रसाद की टिप्पणी पर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। कुमार और लालू को बृहस्पतिवार को विधानसभा परिसर के अंदर गर्मजोशी से हाथ मिलाते देखा गया था।

कुमार ने कहा, ‘‘मैं सहयोगियों और विपक्षी दलों के नेताओं के साथ अच्छे संबंध बरकरार रखता हूं। मैं जब भी उनसे मिलता हूं तो उनसे हाथ मिलाता हूं।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं यह नहीं सोचता कि कौन क्या कहता है… चीजें ठीक नहीं चल रही थीं, इसलिए मैंने उनका (राजद) साथ छोड़ दिया।’’

कुमार के महागठबंधन से अलग होने के कुछ दिनों बाद शुक्रवार को लालू प्रसाद ने कहा कि उनके (नीतीश) लिए द्वार हमेशा खुले हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह भविष्य में नीतीश को एक और मौका देंगे, लालू ने कहा, ‘‘अब आएंगे तो देखेंगे। दरवाजे हमेशा खुले हैं।’’

कैबिनेट विस्तार के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा, ‘‘यह हो जाएगा। सब ठीक चल रहा है।’’

राजग के सूत्रों ने शनिवार को संकेत दिया कि अन्य जातियों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं से संबंधित विधायकों को समायोजित करने के लिए नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का दो-तीन दिनों में विस्तार किया जाएगा।जनता दल (यूनाइटेड) के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि जिन लोगों के मंत्रिमंडल में शामिल होने की उम्मीद है, उनमें भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन, नितिन नबीन, रामप्रीत पासवान, जनक राम, श्रेयशी सिंह और जद (यू) नेता सुनील कुमार सिंह, मदन सहनी, लेसी सिंह, शीला मंडल, जयंत राज, अशोक चौधरी शामिल हैं।

Exit mobile version