पुलिस चौकी प्रभारी एक लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार

राष्ट्रीय
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देहरादून: 15 मई (ए) उत्तराखंड में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लगातार जारी सख्त अभियान के तहत सतर्कता अधिष्ठान ने यहां पटेलनगर थाना क्षेत्र में आईएसबीटी चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक देवेश खुगशाल को एक लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने यहां बताया कि यह कार्रवाई उस शिकायत पर की गयी जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि एक भूमि विवाद की जांच के दौरान खुशगाल ने उन पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की धमकी देकर पांच लाख रुपये रिश्वत मांगी।

उन्होंने बताया कि गुप्त जांच में प्रथमदृष्टया आरोपों के सही पाये जाने के बाद सतर्कता अधिष्ठान ने जाल बिछाया और खुशगाल को बुधवार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया ।

खुशगाल के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह बिष्ट ने खुशगाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

दो दिन पहले भी, टिहरी जिले की धनोल्टी तहसील के नाजिर (तहसील में दस्तावेजों का लेखाजोखा रखने वाला) वीरेंद्र सिंह कैंतुरा को 15,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। उसी दिन, राज्य सरकार ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की जांच रिपोर्ट में हरिद्वार में पंतद्वीप पार्किंग की नीलामी में भ्रष्टाचार के लिए दोषी करार दिये गये सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता आर के तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था ।

पिछले तीन सालों में अब तक 150 से ज्यादा आरोपियों को भ्रष्टाचार के मामलों में जेल भेजा जा चुका है ।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस संबंध में कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड के संकल्प पर दृढ़ है। उन्होंने कहा, ‘‘जो भी अधिकारी या कर्मचारी जनता का शोषण करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। जनता को न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है।