बीजिंग: 28 अगस्त (ए)
यह किम जोंग उन की दुर्लभ विदेश यात्रा मानी जा रही है क्योंकि वह आम तौर पर विदेश यात्रा कम करते हैं।
चीन द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ पर सैन्य परेड का आयोजन कर रहा है।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित 26 विदेशी नेता परेड में शामिल होंगे। सहायक विदेश मंत्री होंग लेई के हवाले से बताया गया है कि किम तीन सितंबर को ‘‘चीन के विजय दिवस समारोह’’ में शामिल होंगे।
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने पुष्टि की है कि किम चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के निमंत्रण पर द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ के समारोह में शामिल होने के लिए चीन जाएंगे। एजेंसी ने इस बारे में कोई और जानकारी नहीं दी कि किम उत्तर कोरिया से कब रवाना होंगे और चीन में कितने समय तक रहेंगे।
परेड में अमेरिका या प्रमुख पश्चिमी यूरोपीय देशों के किसी नेता के आने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि यूक्रेन में युद्ध को लेकर पुतिन के साथ उनके मतभेद हैं।
अगर किम बीजिंग आते हैं तो यह 2019 के बाद उनकी पहली चीन यात्रा होगी।
चीन लंबे समय से उत्तर कोरिया का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और मुख्य सहायक रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में उनके संबंधों को लेकर सवाल उठे हैं। उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में सहयोग के लिए सैनिकों और गोला-बारूद की आपूर्ति करके मॉस्को के साथ सहयोग बढ़ाया है। लेकिन कई पर्यवेक्षकों का कहना है कि उत्तर कोरिया के चीन के साथ संबंध सुधारने के लिए कदम उठाने की उम्मीद है।
किम की यात्रा की घोषणा ऐसे समय में की गई है जब उत्तर कोरिया ने कहा है कि उसका अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ कूटनीतिक संबंध बहाल करने का कोई इरादा नहीं है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने बार-बार उत्तर कोरिया के साथ वार्ता बहाल करने की उम्मीद जताई है।