Site icon Asian News Service

चैंबर में बयान देने गई रेप पीड़िता ने जज पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप, जांच के लिए पैनल नियुक्त

Spread the love

अगरतला,18 फरवरी (ए) । त्रिपुरा के कमालपुर की एक अदालत में एक रेप पीड़िता के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है. छेड़खानी का आरोप पीड़िता ने किसी और पर नहीं बल्कि उसी अदालत के एक जज पर लगाया है. बताया जाता है कि पीड़िता अपने केस से संबंधित अपना बयान दर्ज कराने के लिए जज के चैंबर में गई थी. वहां जज ने उसे गलत तरीके से छूना शुरू कर दिया. इसके बाद वो भागकर अपने पति और वकील के पास आ गई. पीड़िता की शिकायत के आधार पर तीन सदस्यीय पैनल ने इस आरोप की जांच शुरू कर दी है.
पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि उसके साथ यौन उत्पीड़न की घटना 16 फरवरी को हुई थी. उस वक्त वो अपने साथ हुए बलात्कार के संबंध में अपना बयान दर्ज कराने के लिए प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट कमालपुर के चैंबर में गई थी. इस संबंध में उसने कमालपुर के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश को अपनी शिकायत दी है. इसमें कहा गया है, “मैं अपना बयान दर्ज कराने के लिए प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट के चैंबर में गई थी. मैं अपना बयान देने ही वाली थी, लेकिन उन्होंने मेरे साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी.”
इस घटना के बाद पीड़िता चैंबर से बाहर निकल आई. अपने वकील और पति को घटना के बारे में बताया. इसके बाद महिला और उसके पति ने घटना से संबंधित अपनी शिकायत दर्ज कराई है. कमालपुर बार एसोसिएशन में एक अलग शिकायत दर्ज कराई गई है. एक सीनियर वकील ने रविवार को बताया कि धलाई डिस्ट्रिक्ट-सेशन जज गौतम सरकार की अध्यक्षता में तीन जजों के पैनल ने इन आरोपों की जांच शुरू कर दी है. कमालपुर थाने में भी आरोपी जज विश्वतोष धर के खिलाफ लिखित शिकायत दी गई है.

पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, जिला और सत्र न्यायाधीश गौतम सरकार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सत्यजीत दास के साथ, मामले की जांच के लिए आरोपी जज के चैंबर का दौरा किया है. अधिवक्ता निकाय के सचिव शिबेंद्र दासगुप्ता ने कहा, “जिला और सत्र न्यायाधीश की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय पैनल ने अदालत परिसर में कमालपुर बार एसोसिएशन के सदस्यों से भी मुलाकात की और महिला के आरोपों पर हमारा दृष्टिकोण मांगा. हमने पैनल के समक्ष अपनी बातें रख दी हैं.”

जज के खिलाफ लगाए गए आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए त्रिपुरा हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल वी पांडे ने कहा, “हमें इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है. राज्य के अन्य लोगों की तरह मुझे भी इसके बारे में मीडिया से पता चला. एक बार जब हमें उचित प्रारूप में शिकायत मिलेगी, तो हम निश्चित रूप से उचित कार्रवाई करेंगे.” इस घटना के सामने आने के बाद से ही लोगों में रोष व्याप्त है. कोर्ट में कोई भी पीड़ित न्याय के लिए जाता है. ऐसे में इस तरह की घटना अक्षम्य है।

Exit mobile version