वाराणसी (उप्र): एक सितंबर (ए)
पीड़िता ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि 31 अगस्त को उसने बेटी को दूध पिलाने के बाद उसे लेटा दिया था। उसके बाद बच्ची उलटी करने लगी और हिचकी आने पर उसकी मौत हो गयी।पीड़िता ने पिछली 25 अगस्त को पंडित दीन दयाल अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया था। उसने कहा था कि वह बच्ची का मां और पिता दोनों बनकर पालन-पोषण करेगी।चौबेपुर के थानाध्यक्ष अजीत कुमार वर्मा ने बताया कि आशंका है कि बच्ची की मौत गले में दूध अटकने की वजह से हुई है।
उन्होंने बताया कि पीड़िता के साथ नवंबर-दिसंबर 2024 में सात लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार किये जाने का मामला सामने आया था।
इसके बाद 25 अगस्त को उसने बच्ची को जन्म दिया था। सामूहिक बलात्कार के मामले में सातों अभियुक्त गिरफ्तार किये जा चुके हैं।
अब मृतक बच्ची के डीएनए की जांच कराकर पता लगाया जाएगा कि उसका वास्तविक पिता कौन है?