नयी दिल्ली: चार जून (ए)।
अधिकारी ने बताया कि जैन को छह जून को एसीबी के समक्ष पेश होने को कहा गया है जबकि सिसोदिया को नौ जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
दिल्ली सरकार के विद्यालयों में 12,000 से अधिक कक्षाओं या अर्द्ध-स्थायी संरचनाओं के निर्माण में 2,000 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के आधार पर 30 अप्रैल को एसीबी द्वारा एक प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद यह समन जारी किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में पूर्ववर्ती ‘आप’ सरकार में वित्त एवं शिक्षा विभाग संभालने वाले सिसोदिया और उस समय लोक निर्माण विभाग एवं अन्य मंत्रालयों के प्रभारी रहे जैन से केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा चिह्नित कथित विसंगतियों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (एसीबी) मधुर वर्मा ने कहा, ‘‘सीवीसी के मुख्य तकनीकी परीक्षक की रिपोर्ट ने परियोजना में कई विसंगतियों की ओर इशारा किया है। रिपोर्ट पर कथित तौर पर लगभग तीन साल तक कार्रवाई नहीं की गई।’’
वर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17-ए के तहत सक्षम प्राधिकारी से मंजूरी मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं कपिल मिश्रा, हरीश खुराना और नीलकांत बख्शी ने 2019 में एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें दिल्ली के तीन क्षेत्रों में कक्षाओं के निर्माण में गंभीर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था।
शिकायत के अनुसार, प्रति कक्षा औसत लागत 24.86 लाख रुपये बताई गयी थी – जो समान संरचनाओं के लिए अनुमानित पांच लाख रुपये की लागत से काफी अधिक थी।
अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में जांच जारी है और इसके निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।