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यूपी में शराब पीने से हुई मौत के मामले में अब तक 9 अधिकारी एवं कर्मचारी निलंबित

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रायबरेली,27 जनवरी (ए)। यूपी में रायबरेली के महराजगंज कोतवाली क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 10 पहुंच गई है। 15 से ज्यादा लोग बीमार हैं। इनमें से ज्यादातर जिला अस्पताल में भर्ती हैं। उधर शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला आबकारी अधिकारी समेत कई लोगों को निलंबित कर दिया है। जानकारी के मुताबिक रायबरेली के महराजगंज थाना क्षेत्र के पहाड़पुर में मंगलवार को करीब 20 से ज्यादा लोगों ने जहरीली शराब पी ली थी। सभी लोग पहाड़पुर निवासी रामधनी के बच्चे के जन्मदिन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान ही शराब पार्टी शुरू हो गई। शराब पीने के बाद लोगों की हालत बिगड़ने लगी। देर शाम इनके मरने का सिलसिला शुरू हो गया। शुरुआत में शराब पीने वाले चार लोगों की मौत हुई। जो बाद में बढ़कर 10 तक पहुंच गई। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बयाया कि डेढ़ दर्जन लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर मरने वालों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। इस बीच राज्य सरकार ने रायबरेली शराब मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए नौ अधिकारियों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें पुलिस विभाग के महाराजगंज के एसएचओ नारायण कुमार कुशवाहा, चौकी प्रभारी धुलवासा राजकुमार, कांस्टेबल रत्नेश कुमार राय, ब्रजेश कुमार यादव, शिवनारायण पाल, विजय राम और आबकारी विभाग के रायबरेली के डीईओ राजेश्वर मौर्य, आबकारी निरीक्षक अजय कुमार, कांस्टेबल धीरेन्द्र श्रीवास्तव को निलम्बित किया गया है। जिस ठेके से शराब खरीदी गई थी उसका नाम धीरेंद्र सिंह जो घटना के बाद से ही फरार है। रायबरेली के डीएम-एसपी समेत तमाम पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने धीरेंद्र सिंह के घर पहुंच कर छानबीन की। जिसमें ठेकेदार के घर से शराब की बोतलें और केमिकल मिला है जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। ठेकेदार का घर सील कर दिया गया है। फिलहाल जांच जारी है, राज्य सरकार ने दोषियों के खिलाफ सख्ती से निपटने के निर्देश भी दिए हैं। लेकिन सवाल ये है कि क्या मौतों का सिलसिला रूक पाएगा। ये सबसे बड़ा सवाल है क्योंकि अब भी 22 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर है।

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