वॉशिंगटन: 13 नवम्बर (ए)
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह कार्रवाई राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस प्रयास का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ईरान के मिसाइलों और अन्य हथियारों के आक्रामक विकास को रोकना है।
मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका ने आज ईरान, चीन, हांगकांग, संयुक्त अरब अमीरात, तुर्किये, भारत और अन्य देशों में स्थित 32 संस्थाओं और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया है जो ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल और मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) उत्पादन की मदद करने वाले कई खरीद नेटवर्क संचालित करते हैं।
अमेरिकी वित्त मंत्रालय के अवर सचिव (आतंकवाद एवं वित्तीय खुफिया) जॉन के. हर्ले ने कहा कि ईरान धनशोधन तथा अपने परमाणु एवं पारंपरिक हथियार कार्यक्रमों के लिए पुर्जे खरीदने के लिए विश्व भर की वित्तीय प्रणालियों का दुरुपयोग करता है।
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप के निर्देश पर, हम ईरान पर उसके परमाणु खतरे को समाप्त करने के लिए अधिकतम दबाव डाल रहे हैं।’’
वित्त विभाग ने भारत स्थित ‘फार्मलेन प्राइवेट लिमिटेड’ (फार्मलेन) को मार्को क्लिंगे (क्लिंगे) नामक संयुक्त अरब अमीरात की फर्म से जोड़ा, जिसने कथित तौर पर सोडियम क्लोरेट और सोडियम परक्लोरेट जैसी सामग्रियों की खरीद में मदद की।