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धमकी देकर इंजीनियर से मांगे एक करोड़ रूपये, ‘बेटे को मार डालेंगे, बेटी से करेंगे दुष्कर्म,खुलासा हुआ तो पुलिस के उड़े होश,जानें पूरा मामला

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गाजियाबाद, 31 जुलाई (ए)। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से एक ऐसी खबर सामने आई हैं जो चौकाने वाली हैं। यहां शालीमार गार्डन में बेटे की हत्या और बेटी से दुष्कर्म की धमकी देकर इंजीनियर से एक करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला सामने आने से पुलिस के होश उड़ गए। इंजीनियर के मुताबिक, उनके परिजनों के व्हाट्सएप नंबरों पर धमकी भरे स्टेट्स अपने आप बदल रहे थे। साथ ही उनके नंबरों से जानकारों व रिश्तेदारों को धमकी भरे मैसेज भी भेजे जा रहे थे। साइबर सेल ने मामले का जब खुलासा किया तो पुलिस के साथ-साथ पीड़ित परिवार भी जान कर हैरान रह गया। यह सब कुछ सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली इंजीनियर की बेटी ही कर रही थी। शालीमार गार्डन निवासी इंजीनियर ने 26 जुलाई को साहिबाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनके मुताबिक बदमाशों ने उनके व उनके परिवार के मोबाइल हैक कर एक करोड़ की रंगदारी मांगी। बदमाशों ने उन्हीं के व्हॉट्सएप का स्टेटस बदलकर लिखा कि एक करोड़ रुपये पार्क में पहुंचा देना। नहीं तो उनके बेटे की हत्या कर दी जाएगी और बेटी के साथ दुष्कर्म किया जाएगा। इस घटना ने इंजीनियर को हिला कर रख दिया। इंजीनियर के मुताबिक, उनके व उनकी पत्नी के व्हाट्सएप नंबर से पड़ोसियों, जानकारों और रिश्तेदारों को धमकी भरे मैसेज भी भेजे जा रहे हैं। अजीबोगरीब घटना सुनकर पुलिस भी हैरत में पड़ गई थी।

साइबर सेल के नोडल अधिकारी और सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी गई थी। सीओ अभय मिश्र ने बताया कि इंजीनियर की ही साढ़े 11 वर्षीय बेटी ने ही सब कुछ किया था।
सीओ ने बताया कि कोरोना काल में घर से ही पढ़ाई चल रही थी। इंजीनियर की पत्नी शिक्षिका हैं। दंपती अपनी बेटी पर पढ़ाई का ज्यादा दबाव डालकर मोबाइल से दूर रहने की हिदायत देते थे। साथ ही बात-बात पर डांट भी लगाते थे। इसी बात से नाराज होकर छात्रा ने सारी योजना बनाई।
वह व्हाट्सएप वेब के जरिये अपने माता-पिता के व्हाट्सएप को लैपटॉप पर चालू कर लेती थी और वहीं से स्टेट्स बदलकर मैसेज भेजती थी। छात्रा ने अपने मोबाइल पर भी धमकी भरा स्टेट्स लगाते हुए मोबाइल हैक होने की बात कही थी। सीओ का कहना है कि छात्रा की उम्र 11 साल होने के कारण उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। माता-पिता को उसकी काउंसलिंग कराने की सलाह दी गई है।

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