अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही राहत और बचाव दल तत्काल मौके पर पहुंचा। स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन की मदद से मलबा हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
मऊ के अपर जिलाधिकारी (एडीएम) सत्यप्रिय सिंह ने बताया कि यह एक पुरानी जर्जर इमारत थी जिसमें पहले कभी कताई बुनाई का कार्य किया जाता था, लेकिन वर्षों से खाली थी।
उन्होंने बताया कि रविवार को अवकाश का दिन होने के कारण बच्चे खेल रहे थे, तभी यह हादसा हो गया।
एडीएम ने बताया कि हादसे में बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी। मृत बच्चों की पहचान बेलौझा गांव निवासी शिवम (13) और अरुण (10) के रूप में हुई है। हादसे के बाद गांव में मातम का माहौल है।
उन्होंने बताया कि मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है और यहां पर पुराने जर्जर भवन को गिराया जा रहा है।