सिंगापुर: चार अक्टूबर (ए)
अदालत को बताया गया कि अरोक्कियासामी और राजेंद्रन भारत से छुट्टियां मनाने 24 अप्रैल को सिंगापुर आए थे। वे दो दिन बाद जब ‘लिटिल इंडिया’ इलाके में टहल रहे थे तब एक अनजान आदमी उनके पास आया और उसने उनसे पूछा कि क्या उन्हें यौन सेवाएं चाहिएं। इसके बाद उस आदमी ने उन्हें दो महिलाओं के बारे में की जानकारी दी।
अरोक्कियासामी ने राजेंद्रन से कहा कि उन्हें पैसों की जरूरत है और उसने सुझाव दिया कि वे महिलाओं से संपर्क करके उन्हें एक होटल के कमरे में बुलाकर लूट सकते हैं जिस पर राजेंद्रन सहमत हो गया। उन्होंने उस दिन शाम लगभग छह बजे एक होटल के कमरे में एक महिला को बुलाया और उसके हाथ-पैर कपड़ों से बांधकर उसे थप्पड़ मारे। उन्होंने उसके गहने, 2,000 सिंगापुरी डॉलर, उसका पासपोर्ट और उसके बैंक कार्ड लूट लिए।
उसी रात लगभग 11 बजे उन्होंने दूसरी महिला से एक दूसरे होटल में मिलने का कार्यक्रम तय किया। जब वह पहुंची तो उन्होंने उसे लूटने के लिए उसकी बांहें पकड़कर घसीटा और राजेंद्रन ने उसका मुंह बंद कर दिया ताकि वह चीख न सके।
उन्होंने उससे 800 सिंगापुरी डॉलर, दो मोबाइल फोन और उसका पासपोर्ट छीन लिया तथा उसे धमकी दी कि जब तक वे वापस नहीं आ जाते, वह कमरे से बाहर न निकले।
अरोक्कियासामी और राजेंद्रन की करतूतों का खुलासा तब हुआ जब एक महिला ने अगले दिन एक अन्य व्यक्ति को यह बात बताई जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया।