शाहजहांपुर: 30 जुलाई (ए)
प्रदेश सरकार ने मामले से जुड़ा एक वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद यह कार्रवाई की।
शाहजहांपुर के जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने ‘ बताया कि उपजिलाधिकारी राही को अब पदमुक्त कर दिया गया।
राही को मंगलवार को ही पुवायां तहसील में तैनात किया गया था।
उन्होंने बताया कि तहसील परिसर के निरीक्षण के दौरान राही ने परिसर में कूड़ा-कचरा, गंदे शौचालय और कुछ लोगों को खुले में पेशाब करते देखा।
राही ने उदाहरण स्थापित करने के लिए सजा के तौर पर गंदगी फैलाने वालों को उठक-बैठक करने का निर्देश दिया।
बाद में हड़ताल पर बैठे वकीलों के एक समूह से मिलते समय राही से सजा के बारे में पूछा गया।
वकीलों ने कहा कि तहसील परिसर में फैली गंदगी के लिए प्रशासन भी उतना ही दोषी है।
राही ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए विनम्रता दिखाई और वकीलों के सामने कान पकड़कर उठक-बैठक लगाई।
उन्होंने बाद में ‘ बताया था कि इसका उद्देश्य बेहतर सार्वजनिक व्यवहार को प्रोत्साहित करना था।
राही ने बताया, “जब मैंने लोगों को शौचालयों के पास पेशाब करते देखा, तो मैंने उनसे शौचालयों का उपयोग करने के लिए कहा। जब उन्होंने मना कर दिया, तो मैंने उनसे उठक-बैठक लगवाई।”
राही ने वकीलों के साथ हुई घटना के बारे में कहा, “ उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं तहसील की गंदगी की जिम्मेदारी लूंगा और खुद उठक-बैठक करूंगा। मैंने हां कहा, क्योंकि यह हमारी कमी थी, और मैंने उठक-बैठक की।”
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि राही बुधवार को तहसील मुख्यालय नहीं लौटे और बाद में लखनऊ के लिए रवाना हो गए।