अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर किया हमला, इजरायली हवाई हमलों में शामिल हुआ

अंतरराष्ट्रीय
Spread the love
FacebookTwitterLinkedinPinterestWhatsapp

वाशिंगटन,22 जून (ए)। ईरान के परमाणु कार्यक्रमों को रोकने के लिए इजराइल के हमलों में उसका साथ देते हुए अमेरिका की सेना ने रविवार तड़के ईरान के तीन परमाणु केंद्रों पर हमले किए।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमलों की जानकारी देते हुए कहा कि ईरान के परमाणु केंद्र ‘‘पूरी तरह से नष्ट कर दिए गए हैं’’। साथ ही उन्होंने ईरान को चेतावनी दी कि यदि उसने जवाबी कार्रवाई की तो उसके खिलाफ और अधिक हमले किए जा सकते हैं।

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ‘‘सटीकता, तीव्रता और कुशलता’’ से ऐसे और अधिक केंद्रों को निशाना बना सकता है।

ट्रंप ने ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ईरान में या तो शांति होगी या फिर त्रासदी होगी, जो पिछले आठ दिनों में देखी गई त्रासदी से कहीं अधिक घातक होगी।’’

उधर ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने फोर्दो, इस्फहान और नतांज परमाणु केंद्रों पर हमलों की पुष्टि की और जोर देकर कहा कि अपने दुश्मनों की बुरी साजिशों के बावजूद वह अपने हजारों क्रांतिकारी और प्रतिबद्ध वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों के प्रयासों से उठ खड़ा होगा।

एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी सेना ने ईरान में पर्वतीय क्षेत्र में बनाए गए फोर्दो परमाणु ऊर्जा संवर्धन संयंत्र पर ‘बंकर-बस्टर’ बमों का से हमला किया।

अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर सैन्य अभियानों के बारे में जानकारी दी।

करीब 30,000 पाउंड वजनी ‘बंकर-बस्टिंग’ अमेरिकी बम को ‘जीबीयू-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनिट्रेटर’ के रूप में जाना जाता है, जिसका इस्तेमाल जमीन के भीतर लक्ष्य को भेदने और विस्फोट में किया जाता है।

एक अन्य अमेरिकी अधिकारी ने भी नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि अमेरिकी पनडुब्बियों ने भी ईरान में हमलों में भाग लिया और जमीनी हमला करने में सक्षम लगभग 30 ‘टॉमहॉक’ मिसाइलें दागीं।

यह स्पष्ट नहीं है कि उन मिसाइलों का लक्ष्य क्या था। फोर्दो के अलावा इस्फहान और नतांज, दो ईरानी परमाणु केंद्रों पर भी हमला किया गया।

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमने ईरान के परमाणु केंद्रों फोर्दो, इस्फहान, नतांज पर सफलतापूर्वक हमले किए।’’

उन्होंने कहा कि इन केंद्रों को निशाना बनाने के बाद सारे विमान ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर आ चुके हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने ईरान पर हमला करने के लिए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ ‘‘एक टीम के रूप में’’ काम किया।

ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका के अलावा दुनिया की कोई भी सेना इस तरह के हमले को अंजाम नहीं दे सकती थी।

ट्रंप ने ईरान को ‘‘पश्चिम एशिया में दादागिरी करने वाला’’ देश बताया और चेतावनी दी कि अगर वह शांति का मार्ग नहीं अपनाता है तो अमेरिका और भी हमले कर सकता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन परमाणु  संवर्धन केंद्रों पर हमला किया है।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ईरान पर हमले की पुष्टि की है। अमेरिका ने ईरान के तीन सबसे महत्वपूर्ण परमाणु स्थल फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर कुल 6 GBU-57 बंकर बस्टर बम गिराए हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है, ‘फोर्डो खत्म हो गया।’ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सैन्य ऑपरेशन की पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिका ने ईरान के “खतरनाक और सक्रिय” परमाणु इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया।सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं। प्राथमिक स्थल फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया। सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने घर की ओर जा रहे हैं। हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई। दुनिया में कोई दूसरी सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी। अब शांति का समय है! इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद।अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान को धमकी देते हुए कहा कि अब उसे शांति कायम करना चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करता है, तो उस पर और बड़े हमले किए जाएंगे।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका के हमलों में ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकाने ‘‘पूरी तरह से नष्ट’’ हो गए हैं।

ट्रंप ने शनिवार रात ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) में यह टिप्पणी की। इससे पहले उन्होंने कहा था कि अमेरिकी सेना ने ईरान में तीन प्रमुख परमाणु केंद्रों पर हमले किए हैं। इस बीच

ईरान की परमाणु एजेंसी ने रविवार को पुष्टि की कि उसके फोर्डो, इस्फहान और नतांज परमाणु केन्द्रों पर हमले हुए हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा परमाणु केन्द्रों पर अमेरिकी हमले की घोषणा के बाद ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा है कि वह ईरान के परमाणु केन्द्रों पर अमेरिका के बम हमलों से बेहद चिंतित हैं।

गुतारेस ने एक बयान में कहा, ‘‘इस बात का जोखिम है कि यह संघर्ष तेजी से नियंत्रण से बाहर हो सकता है जिसके नागरिकों, क्षेत्र और दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।’’

उन्होंने कहा कि ‘‘इस जोखिम भरे वक्त में यह अहम है कि हम अराजकता के चक्र से बचें।’’ संयुक्त राष्ट्र महासचिव मुद्दे के कूटनीतिक समाधान का आह्वान किया।

FacebookTwitterWhatsapp