वाशिंगटन: 10 अक्टूबर (ए)
यह कदम तेहरान की ‘‘ऊर्जा निर्यात प्रणाली के प्रमुख तत्वों को ध्वस्त’’ करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘इन लोगों ने सामूहिक रूप से अरबों डॉलर मूल्य के पेट्रोलियम और उसके उत्पादों के निर्यात को सक्षम बनाया, जिससे ईरानी शासन को उन आतंकवादी समूहों के लिए बड़ा राजस्व मिला जो अमेरिका के लिए खतरा हैं।”
ये प्रतिबंध ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल निर्यात को सीमित करने के प्रयासों का हिस्सा हैं। वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा, ‘‘वित्त मंत्रालय ईरान की ऊर्जा निर्यात प्रणाली के प्रमुख तत्वों को नष्ट करके उसकी नकदी प्रवाह प्रणाली को कमजोर कर रहा है।”
प्रतिबंधित भारतीय नागरिकों में वरुण पूला शामिल हैं, जो मार्शल द्वीप स्थित बर्था शिपिंग इंक के मालिक हैं। यह कंपनी कोमोरोस का झंडा लगे जहाज ‘पामिर’ की मालिक और संचालक है। अमेरिकी बयान के अनुसार, इस जहाज ने जुलाई 2024 से चीन तक लगभग 40 लाख बैरल ईरानी एलपीजी पहुंचाई है।
दूसरी भारतीय नागरिक सोनिया श्रेष्ठा हैं, जो वेगा स्टार शिप मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड की मालिक हैं। यह कंपनी कोमोरोस झंडा लगे दूसरे जहाज ‘नेप्टा’ की मालिक और संचालक है, जिसने जनवरी 2025 से अब तक पाकिस्तान को ईरान से उत्पन्न एलपीजी पहुंचाई है।
बयान में कहा गया कि प्रतिबंधित व्यक्तियों की अमेरिका में संपत्ति या अमेरिकी नागरिकों के नियंत्रण वाली संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। इसके अलावा, वे सभी संस्थाएं जिनमें प्रतिबंधित व्यक्तियों की 50 प्रतिशत या उससे अधिक की हिस्सेदारी है, वे भी प्रतिबंधित मानी जाएंगी।