वाशिंगटन: पांच सितंबर (ए)
यह बात ऐसे समय में कही गई है जब अमेरिकी टैरिफ (शुल्क) को लेकर भारत और अमेरिका के संबंध पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय में संभवतः सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं।
ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया मंच ट्रुथ सोशल पर एक संक्षिप्त पोस्ट में लिखा, ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को अति रहस्यमयी और अति खतरनाक चीन के हाथों खो दिया है। ईश्वर करे कि उनका भविष्य दीर्घ और समृद्ध हो। इस कथन के साथ उन्होंने हाल ही में तियांजिन में संपन्न हुयी शंघाई सहयोग संगठन की शिखर बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी प्रमुख शी जिनपिंग की एक फोटो टैग की है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के सामान पर अमेरिका में 25 प्रतिशत की दर से ऊंचा शुल्क लगाने के साथ ही रूस का तेल खरीदने के लिए अमेरिका के आपातकाल के कानूनों के तहत शुल्क को दोगुना कर दिया है। ट्रम्प ने गुरुवार को नाटो के नेताओं के साथ बातचीत में उनसे रूस से प्राकृतिक गैस खरीदने का सिलसिला बंद करने का भी दबाव डाला था। भारत ने श्री ट्रम्प के ताजा बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की है।