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गाँव पंचायत के बजट से जब पेट न भरा तो प्रधान जी करने लगे घरों में चोरी,फिर—–

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संभल, 27 जनवरी एएनएस। यूपी के संभल जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां अपने गांव इलाके में जनसेवक की भूमिका लेकिन दूसरे सूबे में घरों में चोरियां कर माल समेटने का काम करने का खुलासा पुलिस ने किया है ।राजस्थान के जयपुर शहर की पुलिस ने संभल जनपद के एक ग्राम प्रधान पति और अमरोहा जनपद के ग्राम प्रधान को गिरफ्तार कर शहर की पाश कॉलोनियों में हुई चोरी की आधा दर्जन वारदातों का खुलासा किया है। इन दोनों के कब्जे से चोरी का सामान भी बरामद किया गया है।
जयपुर शहर की पाश कॉलोनियों में एक के बाद एक चोरी की वारदातें हो रही थीं, लेकिन पुलिस बदमाशों का पता नहीं लगा पा रही थी। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास क्षेत्र के सीसीटीवी की फुटेज देखने का काम शुरू किया। वारदात के समय इलाके से गुजरने वाली बाइक की पड़ताल की गई तो पता चला कि यह बाइक किराये पर ली गई थीं। किराये पर बाइक ले जाने वालों की आईडी जांची गई तो संभल के पंवासा विकास खंड की ग्राम पंचायत अमावती कुतुबपुर की ग्राम प्रधान भूरी देवी के पति चंद्रभान उर्फ चंद्रमोहन और अमरोहा की हसनपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत जीबपुर के ग्राम प्रधान हरीशचंद्र कश्यप के नाम सामने आये। जयपुर पुलिस सोमवार को दोनों को इनके घरों से गिरफ्तारी कर ली है।
राजस्थान पुलिस के डीसीपी जयपुर पूर्वी अभिजीत सिंह ने बताया कि गिरफ्तार ग्राम प्रधान हरीशचंद्र कश्यप और ग्राम प्रधान पति चंद्रभान उर्फ चंद्रमोहन ने जयपुर शहर की पॉश कॉलोनियों में हुईं चोरी की आधा दर्जन से ज्यादा वारदातों में शामिल होने की बात कबूल की है। दोनों की निशानदेही पर घरों से चोरी किये गये चांदी के सिक्के और घड़ी के साथ ही 90 हजार रुपये की नकदी भी बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि यह लोग ट्रेन या बस से जयपुर पहुंचते थे और यहां किराये की बाइक या स्कूटी लेकर वारदात के लिए मकानों की रेकी करते थे। लोग सुनसान या बंद मकानों में चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। अभिजीत सिंह ने बताया कि गिरोह के लोग तीन चार वारदातों को अंजाम देने के बाद पुलिस के सक्रिय होते ही राजस्थान छोड़कर भाग जाते थे और कुछ माह बाद फिर से राजस्थान आकर वारदात को अंजाम दे देते थे।
जयपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये ग्राम प्रधान और ग्राम प्रधान पति गांव में जनता के सेवक बनकर रहते थे। अमावती कुतुबपुर के ग्राम प्रधान पति चंद्रभान उर्फ चंद्रमोहन ने पांच साल पहले गांव में मंदिर बनवाकर गांव के लोगों का दिल जीतने का काम किया था। इसके अलावा भी उसने जनसेवा के कई काम किये तो गांव के लोगों ने उसकी पत्नी भूरी देवी को गांव का प्रधान चुन लिया।
अमावती कुतुबपुर के ग्राम प्रधान पति चंद्रभान उर्फ चंद्रमोहन कुछ साल में ही अचानक अमीर हो गया। कुछ लोग उसकी अमीरी को ग्राम प्रधान पद से जोड़कर देखते थे लेकिन लोगों को इस बात की भी भनक थी कि वह कुछ गलत काम करता है। अब जयपुर पुलिस के खुलासे से गांव के लोग सकते में हैं। गांव के लोगों का कहना है कि वह ऐसा निकलेगा इस बात की उम्मीद नहीं थी।

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