चेन्नई: 28 जून (ए)
पुलिस के अनुसार, आरोपी युवक संस्थान के भीतर स्थित एक ‘फूड कोर्ट’ में काम करता था और 25 जून की रात को उसने परिसर में इंटर्न का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया।घटना के संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष और समयबद्ध जांच करने को कहा है।
आयोग ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एनसीडब्ल्यू ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है कि पीड़िता को चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक सहायता तुरंत मिले।’’
पुलिस के मुताबिक, यह घटना मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे की है, जब इंटर्न युवती परिसर में अकेले टहल रही थी। उसी दौरान आरोपी युवती के पास आया और उसके बाल पकड़ लिये। पीड़िता ने तुरंत शोर मचाया, जिसके बाद सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और आरोपी को काबू में किया।
पुलिस ने आरोपी की पहचान महाराष्ट्र के मूल निवासी रोशन कुमार के रूप में की, जो आईआईटी (एम) में एक ‘फूड कोर्ट’ में काम करता था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी को 26 जून को गिरफ्तार किया गया और अदालत ने उसे पुलिस रिमांड में भेजा है। मामले की गहन जांच जारी है।
इस बीच, आईआईटी मद्रास ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए एक बयान जारी किया है।
संस्थान ने कहा, ‘‘परिसर में 25 जून को एक अनुबंधित कर्मचारी ने एक महिला इंटर्न के साथ दुर्व्यवहार किया, जो किसी अन्य संस्थान से आई थीं। पीड़िता द्वारा शोर मचाने पर आरोपी को सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा और उसे पुलिस के हवाले किया गया।’’
आईआईटी मद्रास ने कहा, ‘‘संस्थान यौन उत्पीड़न के खिलाफ बेहद सख्त है और सभी के लिए सुरक्षित परिसर सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’