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सरकार और किसान नेताओं के बीच पांचवें दौर की वार्ता भी खत्म,अपनी मांगों पर अड़े अन्नदाता

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नई दिल्ली;05 दिसम्बर एएनएस। कृषि कानून के खिलाफ किसानों का 10वें दिन शनिवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी है। दिल्ली बॉर्डर पर जमे किसान संगठनों और सरकार के बीच आज पांचवें दौर की हुई बातचीत भी खत्म हो गई है किन्तु अभी तक कोई ठोस नतीजा सामने नही आया है। गुरुवार को हुई चौथे दौर की बातचीत में कोई सहमति नहीं बन पाई थी। किसान संगठन कानून को पूरी तरह वापस लेने पर अड़े हैं। इसके लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की गई है। अब 9 दिसंबर को किसानों और केंद्र सरकार के बीच छठे दौर की बाचतीच होगी। *अब 9 दिसंबर को होगी छठे दौर की बातचीत*

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों और केंद्र सरकार के बीच पांचवे दौर की बातचीत में भी कोई फैसला नहीं निकल पाया है। अब 9 दिसंबर को छठे दौर की बातचीत होगी। बैठक में शामिल सभी की सहमति के आधार पर यह फैसला लिया गया है।

किसानों के साथ बैठक से पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अहम बैठक बुलाई थी। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल भी मौजूद थे। बता दें कि किसान नेताओं और सरकार के बीच गुरुवार को हुई बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकल सका था।

वहीं, किसान नेताओं ने अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि इन नए कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए केन्द्र सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाए। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी नए कानूनों में संशोधन नहीं चाहते हैं बल्कि वे चाहते हैं कि इन कानूनों को रद्द किया जाए। किसान अपनी मांगों को लेकर किसी भी सूरत में झुकने को तैयार नहीं हैं। किसानों ने सरकार से जल्द उनकी मांगे मानने की अपील की है। इसके साथ ही किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है साथ ही उन्होंने इस दिन टोल प्लाजाओं पर कब्जे की भी चेतावनी दी है।

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