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सोरेन ने सत्ता का घोर दुरुपयोग किया : ईडी ने पीएमएलए अदालत से कहा

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रांची: सात फरवरी (ए) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके एक करीबी सहयोगी के बीच व्हाट्सऐप चैट रिकॉर्ड पेश किया, जिसमें कथित तौर पर भारी रकम के साथ राज्य सरकार के अधिकारियों के स्थानांतरण और तैनाती से संबंधित जानकारी पर चर्चा की गई थी।

प्रवर्तन निदेशालय ने 48 वर्षीय झामुमो नेता को उनकी पांच दिन की रिमांड अवधि की समाप्ति पर पेश करते हुए रांची में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत के समक्ष यह दलील दी।ईडी ने विशेष न्यायाधीश दिनेश राय की अदालत को सूचित किया कि सोरेन के खिलाफ उसकी जांच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता द्वारा रांची में धोखाधड़ी से प्राप्त की गई 8.5 एकड़ जमीन तक सीमित नहीं है, बल्कि ‘‘उनसे (सोरेन) जुड़ी कई अन्य संपत्तियां भी हैं।’’

इस पर अदालत ने सोरेन की हिरासत पांच दिन के लिए बढ़ा दी।

ईडी ने सोरेन को 31 जनवरी को लगभग सात घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि जिस दौरान सोरेन उसकी हिरासत में थे, ‘‘कई अन्य संपत्तियों का विवरण भी सामने आया, जिसके बारे में आरोपी व्यक्ति हेमंत सोरेन न तो सही जानकारी दे रहे हैं और न ही सहयोग कर रहे हैं।’’

ईडी ने कहा कि वह बुधवार को भी इस मामले में छापेमारी कर रही है और वह सोरेन का सामना राजस्व विभाग के उप-निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद से कराना चाहती थी, जिसे उसने इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री के साथ कथित तौर पर लगभग 8.5 एकड़ के 12 भूखंड हासिल करने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

एजेंसी ने अदालत को सूचित किया कि सोरेन को उनके और उनके करीबी सहयोगी बिनोद सिंह के बीच व्हाट्सऐप पर हुई चैट दिखाई गई। इसने दावा किया कि यह ‘‘अत्यधिक आपत्तिजनक थी और इसमें कई संपत्तियों का विवरण था तथा कई गोपनीय दस्तावेज थे।’’

एजेंसी ने दावा किया कि इस चैट में ‘‘न केवल कई संपत्तियों के संबंध में गोपनीय जानकारी का आदान-प्रदान शामिल है, बल्कि स्थानांतरण और तैनाती, सरकारी रिकॉर्ड साझा करने आदि से संबंधित अन्य आपत्तिजनक जानकारी भी शामिल है, जिसमें बड़ी मात्रा में धन का लेनदेन किया गया प्रतीत होता है।’’

ईडी ने दावा किया कि बिनोद सिंह ने अधिकारियों के स्थानांतरण और तैनाती के अलावा झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों के कई प्रवेश पत्र साझा करने के संबंध में कई अन्य व्यक्तियों के साथ भी व्हाट्सऐप चैट की थी।

सोरेन और बिनोद सिंह के बीच व्हाट्सऐप पर हुई बातचीत की कुछ तस्वीरें पेश करते हुए ईडी ने कहा कि ये केवल कुछ नमूने हैं और ऐसी बातचीत 530 से अधिक पृष्ठों में है।

ईडी ने सोरेन का रिमांड बढ़ाए जाने का अनुरोध करते हुए अदालत को बताया कि सोरेन ने 8.5 एकड़ की अचल संपत्ति से जुड़े सबूतों को बाधित करने में सत्ता का घोर दुरुपयोग किया।

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